बीकानेर न्यूज़ डेस्क, अंतरराष्ट्रीय ऊंट महोत्सव में आज सजे-धजे ऊंट पहुंचे। खुले मैदान में ऊंटों ने दौड़ लगाई और नृत्य किया। फर कटिंग प्रतियोगिता में जापान की मेगुमी प्रथम आई। इसके अलावा मिस मरवान और मिस्टर बीकानेर प्रतियोगिताएं हुई। इससे पहले जूनागढ़ से करणी सिंह स्टेडियम तक जुलूस निकाला गया। इस दौरान बड़ी संख्या में देशी-विदेशी पर्यटक मौजूद रहे। कार्यक्रम बीकानेर स्थित राष्ट्रीय ऊंट अनुसंधान केंद्र परिसर में हुए।
ऊंटों पर फर कटिंग प्रतियोगिता में जापान की मेगुमी प्रथम आई। उसने ऊंटों के बाल काटते हुए सुंदर डिजाइन बनाए। स्थानीय पर्यटकों ने राजस्थानी पारंपरिक वेशभूषा में सजी जापान की मेगुमी के साथ फोटो खिंचवाई। एनआरसीसी द्वारा ऊंट के दूध से बने विभिन्न उत्पादों की प्रदर्शनी और स्टॉल भी पर्यटकों के लिए आकर्षण का विशेष केंद्र रहे। देशी-विदेशी पर्यटक ऊंट के दूध से बनी आइसक्रीम और कॉफी का लुत्फ उठाते नजर आए। इस प्रतियोगिता में श्रवण दूसरे और हरिराम तीसरे स्थान पर रहे। ऊंट की पारंपरिक सजावट और फर कटिंग की कला को भी पर्यटकों ने खूब सराहा। ऊंटों की दौड़ हुई तो वहां खड़े सैकड़ों दर्शक रोमांचित हो उठे। ऊंट दौड़ प्रतियोगिता में भागीरथ, अकरम और अरमान क्रमश: प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान पर रहे। ऊंट नृत्य प्रतियोगिता में धर्मेंद्र प्रथम, शिशुपाल द्वितीय और महेंद्र सिंह तृतीय रहे। ऊंटों ने राजस्थानी लोकधुन पर ऊंची छलांग लगाकर नृत्य कर सभी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया। ऊंट सजावट प्रतियोगिता में लक्ष्मण प्रथम, इमरान द्वितीय और मगाराम तृतीय रहे।
ऊंटों के साथ सेल्फी लेते नजर आए पर्यटक
परिसर में चारों ओर सजे-धजे ऊंटों की चमक हर किसी को आकर्षित कर रही थी। यहां पहुंचे लोग ऊंटों की सवारी करने के साथ ही सेल्फी लेते नजर आए। कलेक्टर नम्रता वृष्णि और एसपी कावेंद्र सिंह सागर ने ऊंट महोत्सव के दूसरे दिन एनआरसीसी में आयोजित कार्यक्रमों का अवलोकन किया। उन्होंने पर्यटकों के लिए की गई व्यवस्थाओं की जानकारी ली और विभिन्न शोध केंद्रों द्वारा लगाए गए स्टॉलों का भी निरीक्षण किया।
इस दौरान निगम आयुक्त मयंक मनीष, बीकानेर विकास प्राधिकरण सचिव अपर्णा गुप्ता, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सोहन लाल, अतिरिक्त जिला कलेक्टर रमेश देव, ऊंट अनुसंधान केंद्र निदेशक समर कुमार घोरुई आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन संजय पुरोहित व किशोर सिंह राजपुरोहित ने किया।
अंतरराष्ट्रीय ऊंट महोत्सव में आज सजे-धजे ऊंट पहुंचे और विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लिया।