मुंबई. बॉलीवुड अभिनेता सैफ अली खान पर हुए जानलेवा हमले के सिलसिले में मुंबई पुलिस लगातार जांच में लगी हुई है. क्राइम ब्रांच की टीम ने इस मामले में सैफ का बयान दर्ज किया है. इससे पहले उनकी पत्नी करीना कपूर और घर के कर्मचारियों के बयान दर्ज कर लिए गए हैं. पुलिस सूत्रों ने बताया कि अपने बयान में सैफ ने पूरी घटना के बारे में बताया है, जिसमें बांग्लादेशी घुसपैठिए के हमला से लेकर उनके परिजनों को बचाने की कोशिश तक की बात है.
इस तरह केस में हुई अब तक की जांच, लोगों के बयान और आरोपी से पूछताछ के जरिए उस रात की पूरी कहानी अब साफ हो चुकी है. पुलिस के मुताबिक, 16 जनवरी की रात आरोपी मो. शरीफुल इस्लाम शहजाद करीब 1.30 बजे सैफ के सदगुरु शरण अपार्टमेंट के पास पहुंचा. अभिनेता इसी इमारत की 11वीं और 12वीं मंजिल पर बने डुप्लेक्स में रहते हैं. आरोपी पिछे से चारदिवारी के ऊपर चढ़ कर कंपाउंड के अंदर दाखिल हो गया.
इसके बाद लोगों की नजर बचा कर वो डक्ट पाइप के सहारे पहले फर्स्ट फ्लोर पर पहुंचा. वहां से 10वीं मंजिल तक सीढ़ियों के रास्ते से गया. इसके बाद 11वीं मंजिल पर वो डक्ट पाइप के सहारे पहुंचा. वो जहां उतरा, उसके सामने ही सैफ के घर के एक बाथरूम की खिड़की है. ये बाथरूम सैफ के बच्चों के कमरे से जुड़ा हुआ है. इसके बाद आरोपी उसी से सीधे सैफ के बेटे जहांगीर के कमरे के बाथरूम में घुसकर छुप गया.
असल में जहांगीर के कमरे के बाथरूम की खिड़की पर कोई ग्रिट नहीं लगी है. यहां एक रेट-मेश यानी चूहों को रोकने वाली एक जाली ही है. शरीफुल ने वो जाली निकाल दी थी. रात करीब 2.30 बजे बाथरूम की लाइट जलती देख सैफ के घर की नैनी एलियामा फिलिप वहां पहुंची. उसने अपने सामने एक अनजान शख्स को देखा तो वो चौंक गई. उसको देखते ही आरोपी उसे चुप रहने का इशारा किया. फिर कहा कि यदि उसने शोर मचाया, तो बुरा होगा.
इस पर नैनी एलियामा फिलिप ने आरोपी से पूछा कि आखिर वो कौन है और उसे क्या चाहिए, तो उसने कहा कि उसे एक करोड़ रुपए चाहिए. इसी के साथ वो कमरे में सो रहे बच्चे जहांगीर की तरफ बढ़ने लगा. इसे देख कर फिलिप ने शोर मचाना शुरू कर दिया. घर के अंदर शोर सुन कर 12वीं मंजिल पर अपने बेडरूम में सो रहे सैफ और करीना दोनों की नींद खुल गई. वो आनन-फानन में नीचे उतरे. तब तक घर के बाकी लोग भी जाग चुके थे.
आरोपी शरीफुल इतने लोगों को देख कर घबरा गया. उसे जहांगीर की तरफ बढ़ता देख सैफ अली खान ने उसे अपनी आगोश में जकड़ लिया. वो छटपटाने लगा. इसके बाद उनकी पकड़ से छूटने के लिए उसने बैग से चाकू निकाल कर सैफ पर ताबड़तोड़ हमला करना शुरू कर दिया. वहां एलियामा ने उसको रोकने की कोशिश की, लेकिन वो काबू में नहीं आ रहा था. इसी दौरान नैनी चाकू से चोट भी लग गई. किसी सबने आरोपी को काबू में किया.
सबने आरोपी को एक कमरे में बंद कर दिया. लेकिन वो उस कमरे की खिड़की के रास्ते सैफ के फ्लैट से बाहर निकल गया, जिसे वो अंदर आया था. इसके बाद वो डक्ट पाइप के सहारे फिर से 10वीं मंजिल पर पहुंचा. फिर सीढ़ियों से पहली मंजिल तक और फिर से डक्ट पाइप के रास्ते नीचे बैकसाइड में चला गया. आखिर में फिर से बाउंड्री वॉल पर चढ़कर बाहर कूद गया. वो पीछे के रास्ते से आया था, इसलिए वो गार्ड की नजर में नहीं आया.
इसके बाद आरोपी सैफ अली खान के घर से करीब एक किलोमीटर दूर पटवर्धन गार्डन बस स्टॉप तक गया. वहां तीन घंटे तक इत्मीनान से सोता रहा. सुबह उठ कर वो लिंक रोड के बस्तियां रेस्टोरेंट तक गया. वहां उसने अपने कपड़े बदले. फिर बांद्रा तलाओ पहुंच गया. उसके पास टूटे हुए चाकू का हैंडल मौजूद था, जिसकी नोक टूट कर वो सैफ के पीठ में धंसी हुई थी. आरोपी ने इसी बांद्रा तलाओ के पास एक गली में उसे फेंककर निकल गया.
इस मामले में सैफ अली खान ने पुलिस को जो बयान दिया है, उसके मुताबिक ये घटना उनकी सोसायटी की 11वीं मंज़िल पर हुई थी. 11वीं मंज़िल पर जो अपार्टमेंट है, उसमें तीन बेडरूम है. एक में सैफ और करीना रहते हैं. दूसरे में उनके बेटे तैमूर और तीसरे में छोटे बेटे जहांगीर रहते हैं. जिस वक्त ये घटना हुई, उस वक्त वो और करीना अपने बेडरूम में थे. यानी करीना कपूर खान कहीं बाहर नहीं थीं बल्कि वो घर पर ही थीं.
सैफ का कहना है कि उन्होंने बाहर से किसी के चीखने की आवाज़ सुनी, जिसके बाद वो अपने बेडरूम से बाहर आए. उन्होंने ये देखा कि एक अज्ञात व्यक्ति उनके बेटे जहांगीर के कमरे के पास खड़ा है. जहांगीर रो रहा है. ये देख कर जब सैफ ने हमलावर को पकड़ने की कोशिश की तो उसने उन पर हमला कर दिया. इसके बाद वो वहां से फरार हो गया. जिस वक्त वो घायल थे, तब करीना और उनके बाकी कर्मचारी उनके साथ मौजूद थे.
हमलावर के फरार होने के बाद लोगों ने देखा कि सैफ के जिस्म के कई हिस्से से खून रिस रहा है. इसके साथ ही एक नैनी को भी चोट लगी है. देर रात होने की वजह से घर पर कोई ड्राइवर नहीं था. लिहाजा एक ऑटो से सैफ को लीलावती अस्पताल ले जाया गया. वहां जाकर पता चला कि सैफ की पीठ में रीढ़ की हड्डी के करीब चाकू का एक टूटा हुआ टुकड़ा अंदर ही धंसा पड़ा है. उनके जिस्म पर चाकू और ब्लेड के कुल छह जख्म थे.
दो सबसे गहरे, एक रीढ़ की हड्डी के पास और एक गर्दन पर. इसके बाद में डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर रीढ़ की हड्डी के करीब से चाकू का वो टूटा हुआ टुकड़ा निकाल लिया. उसी दिन शाम तक सैफ को आईसीयू से प्राइवेट वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया. करीब पांच दिनों के बाद उनको अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया. फिलहाल वो अपने परिवार के साथ अपने घर पर मौजूद हैं. मुंबई पुलिस इस केस की जांच में लगातार लगी हुई है.