उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क कोतवाली मोंठ थाना क्षेत्रान्तर्गत तड़के मॉर्निंग वॉक को निकले आजाद समाज पार्टी (असपा) गरौठा के विधान सभा अध्यक्ष के अपहरण का पुलिस ने 15 घंटे में ही खुलासा कर दिया. पुलिस की मानें तो मकान के एग्रीमेंट की रकम चुकाने लिए परिजनों को गुमराह किया ओर पांच लाख रुपए फिरौती के मांगे. पुलिस ने उसे गिफ्तार का जांच में जुटी गई है.
बांदा से पहले किया बरामद एसपी ग्रामीण गोपनाथ सोनी ने बताया कि धर्मेंद्र निवासी बड़ापुरा सुबह 0530 बजे मॉर्निंग वॉक पर निकले थे. उनका अपहरण अज्ञात व्यक्तियों द्वारा कर लिये जाने के सम्बन्ध में सूचना प्राप्त हुई. पुलिस ने तहरीर के आधार पर मामला दर्ज कर बरामदगी के लिए सर्वेलन्स, स्वाट टीम के साथ अन्य पुलिस टीम गठित की गयी. पुलिस टीम द्वारा अपहृत व्यक्ति की लोकेशन के आधार पर तलाश करते हुए जनपद बांदा से 05 किलोमीटर पहले अपहृत व्यक्ति धर्मेंद्र उपरोक्त को सकुशल बरामद कर लिया गया है.
मार्च में समाप्त होने वाला था एग्रीमेंट पूछताछ में धर्मेंद्र ने बताया कि वह अपनी पत्नी व बच्चों के साथ में शिवाजी नगर झांसी में शिफ्ट होना चाहता था. जहां पर 02 साल पहले मंगल कुशवाह नाम के एक व्यक्ति से उसका मकान डेढ़ लाख रुपए में एग्रीमेंट करवाया था. जिनका एग्रीमेंट मार्च-2025 में समाप्त होने वाला था. जिसमें 5,00,000/- रुपये देना आवश्यक था. इसलिए अपने भाई व परिवार वालों को गुमराह करके अपने अपहरण की झूठी सूचना अपने ही फोन से देकर 05 लाख की फिरौती मांगा था. उन्होंने बताया कि पूछताछ सहित अग्रिम कार्रवाई अमल में लाई जा रही है.
ये था पूरा मामला
मोहल्ला बड़ापुरा निवासी सतीश कुमार बाल्मीकि कोटेदार हैं. उनका बड़ा बेटा धर्मेंद्र कुमार बाल्मीकि (36) आजाद समाज पार्टी (असपा) का गरौठा विधानसभा अध्यक्ष है. वह पोलट्री फार्म के अलावा सूअर पालक भी हैं. सुबह 5.30 बजे वह रोज की तरह टहलने घर से निकले थे. फिर लौटकर नहीं आए. थोड़ी देर बाद छोटे भाई शिवम् बाल्मीकि के व्हाट्सएप पर धर्मेंद्र के ही मोबाइल नंबर से अपहरण का मैसेज आया तो परिजनों के पैरों तले जमीन सरक गई. जिस अपहरणकर्ताओं ने धर्मेंद्र की रिहाई के बदले पांच लाख की फिरौती मांगी. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
झाँसी न्यूज़ डेस्क