पानी हमारे शरीर के लिए सबसे जरूरी तरल पदार्थ है। चाहे हम कितनी भी ड्रिंक्स जैसे चाय, कॉफी या जूस पी लें, लेकिन जो काम सादा पानी करता है, वो कोई और पेय नहीं कर सकता। डिहाइड्रेशन (Dehydration) से बचने के लिए शरीर में सही मात्रा में पानी बनाए रखना बेहद जरूरी है। मगर सवाल यह है कि हमें कितना पानी पीना चाहिए? इस सवाल का जवाब देते हैं जग्गी वासुदेव उर्फ सद्गुरु।
कितना पानी पीना है? जानिए सद्गुरु के अनुसार:
सद्गुरु, जो कि हेल्थ और लाइफस्टाइल के जाने-माने मोटिवेशनल स्पीकर हैं, बताते हैं कि पानी की सही मात्रा हर व्यक्ति के लिए अलग-अलग हो सकती है। लेकिन आपके शरीर के संकेत आपको यह खुद बता सकते हैं।
यूरिन का रंग:
अगर आपका यूरिन बिल्कुल साफ और ट्रांसपेरेंट है, तो यह शरीर में पर्याप्त पानी होने का संकेत है।
यदि यूरिन का रंग पीला या गाढ़ा है, तो यह डिहाइड्रेशन का लक्षण हो सकता है।
हालांकि, कुछ दवाइयों और सप्लीमेंट्स से भी यूरिन का रंग बदल सकता है, लेकिन सामान्य स्थिति में यह शरीर के हाइड्रेशन का अच्छा संकेतक है।
प्यास लगना:
बार-बार प्यास लगना इस बात का संकेत है कि आप एक बार में पर्याप्त पानी नहीं पी रहे हैं।
कोशिश करें कि प्यास लगने से पहले ही थोड़ा-थोड़ा पानी पीते रहें।
सुबह सबसे पहले क्या करें?
सद्गुरु के अनुसार, सुबह उठते ही सबसे पहले 1 गिलास गुनगुना पानी पीना चाहिए।
इससे पाचन तंत्र सक्रिय होता है और मेटाबॉलिज्म बेहतर बनता है।
ठंडा पानी खाली पेट पीने से पाचन तंत्र पर असर पड़ सकता है, इसलिए इसे टालना बेहतर है।
किसे होती है डिहाइड्रेशन की समस्या?
जिम जाने वाले लोग:
एक्सरसाइज के दौरान पसीना ज्यादा निकलता है, जिससे शरीर में पानी की कमी हो सकती है।
ऐसे लोगों को वर्कआउट के बाद खूब पानी पीना चाहिए।
ऑफिस में बैठने वाले लोग:
लंबे समय तक बैठने से प्यास कम लगती है और लोग पानी पीना भूल जाते हैं, जिससे धीरे-धीरे डिहाइड्रेशन हो सकता है।
गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाएं:
इनके शरीर को ज्यादा हाइड्रेशन की जरूरत होती है क्योंकि शरीर अतिरिक्त पोषण की मांग करता है।
सद्गुरु के हाइड्रेशन मंत्र:
हमेशा अपने शरीर के संकेतों को समझें।
प्यास लगने का इंतजार न करें, दिनभर थोड़ा-थोड़ा पानी पीते रहें।
गुनगुना पानी पाचन के लिए बेहतर होता है।
यूरिन का रंग हाइड्रेशन का सबसे अच्छा संकेत है।
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