अंडा प्रोटीन का एक बेहतरीन स्रोत माना जाता है, लेकिन कई लोग इसे पकाते समय कुछ आम गलतियां कर बैठते हैं, जिससे न केवल अंडे का पोषण कम हो जाता है बल्कि यह सेहत के लिए नुकसानदायक भी हो सकता है। अगर आप भी अंडे से जुड़ी ये 7 गलतियां करते हैं, तो तुरंत इन्हें छोड़ दें। जानिए सही तरीके से अंडा पकाने और स्टोर करने के टिप्स।
1. अंडे को ज्यादा पकानाअंडे को ओवरकुक करने से उसके पोषक तत्व खत्म होने लगते हैं। अगर अंडे की जर्दी के चारों ओर हरे रंग की परत बन जाती है, तो यह संकेत है कि अंडा ज्यादा पक गया है। साथ ही, कच्चा या अधपका अंडा खाने से पेट में संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है, इसलिए इसे सही तरीके से पकाना जरूरी है।
2. अंडे की ताजगी न जांचनाअंडे का स्वाद और पोषण बनाए रखने के लिए उसकी ताजगी जरूर जांचें। बासी अंडे खाने से स्वाद बिगड़ सकता है और जरूरी पोषक तत्व भी नहीं मिलते। अंडे की ताजगी जांचने के लिए इसे पानी में डालें—अगर अंडा तैरने लगे, तो इसका मतलब है कि वह पुराना हो चुका है।
3. अंडों को फ्रिज के दरवाजे में स्टोर करनाबहुत से लोग अंडों को फ्रिज के दरवाजे में रखते हैं, लेकिन यह गलत तरीका है। फ्रिज का दरवाजा बार-बार खुलने से अंडों का तापमान बार-बार बदलता है, जिससे वे जल्दी खराब हो सकते हैं। अंडों को हमेशा फ्रिज के अंदर एक स्थिर तापमान पर स्टोर करें।
4. अंडे को धोनाअंडे के ऊपर एक नेचुरल सुरक्षा परत होती है, जो उसे बैक्टीरिया से बचाती है। अंडे को धोने से यह परत हट जाती है, जिससे अंडा जल्दी खराब हो सकता है। इसलिए अंडों को तब तक न धोएं, जब तक कि आप उन्हें पकाने न जा रहे हों।
5. अंडे को सीधे पैन में तोड़नाअंडे के छिलके पर बैक्टीरिया मौजूद हो सकते हैं। अगर आप इसे सीधे पैन या कुकिंग बर्तन में तोड़ते हैं, तो बैक्टीरिया खाने में मिल सकते हैं और इंफेक्शन का खतरा बढ़ सकता है। इससे बचने के लिए अंडे को पहले एक अलग कटोरे में तोड़ें और फिर पैन में डालें।
6. फटे हुए अंडे का इस्तेमाल करनाअगर कोई अंडा हल्का सा भी क्रैक हो चुका है, तो उसे स्टोर न करें और ना ही इस्तेमाल करें। क्रैक होने के बाद अंडे में बैक्टीरिया जल्दी प्रवेश कर सकते हैं, जिससे वह सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है।
7. अंडे को ज्यादा तेल में तलनाअगर आप अंडे को बहुत ज्यादा तेल में तलते हैं, तो उसके पोषक तत्व कम हो जाते हैं। अंडे को हेल्दी बनाए रखने के लिए कम तेल में पकाएं या उबालकर खाएं, जिससे इसके न्यूट्रिशनल वैल्यू बनी रहे।