Gaza Strip Ai Video:अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पर एक AI-जनरेटेड वीडियो शेयर किया है, जिसमें युद्धग्रस्त गाजा को एक ऐसे शहर में बदलते हुए दिखाया गया है, जहां अमेरिकी नेता इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ छुट्टियां मनाते हुए दिखाई दे रहे हैं। इसके लिए उन्हें कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है।ट्रंप ने ट्रुथ सोशल और इंस्टाग्राम सहित अपने सोशल मीडिया हैंडल पर वीडियो शेयर किया है। वीडियो को लाखों लोगों ने देखा है। वीडियो की शुरुआत 2025 में तबाह हो चुके गाजा के एक मोंटाज से होती है और सवाल पूछता है ‘आगे क्या होगा’?
ट्रंप ने शेयर किया वीडियोफिर इसमें एक गीत आता है जिसका अनुवाद है, ‘डोनाल्ड ट्रंप आपको आजाद कर देंगे… कोई और सुरंग नहीं, कोई और डर नहीं। ट्रंप का गाजा आखिरकार है यहीं। ट्रंप गाजा चमक रहा है। सौदा हुआ डन, ट्रंप गाजा नंबर वन।’ वीडियो में स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क की एआई वाली तस्वीरें हैं जो नए शहर में खानपान का लुत्फ उठा रहे हैं।इसमें बेली डांसर, पार्टी सीन, गाजा की सड़कों पर दौड़ती आलीशान कारें और आसमान से गिरते डॉलर को पकड़ने की कोशिश करते छोटे बच्चे, साथ ही शर्टलेस ट्रंप और नेतन्याहू बीच पर कुर्सी पर बैठे दिखाई दे रहे हैं। एक नाइट क्लब भी दिखाई दे रहा है।
गाजा पर नियंत्रण करने की मंशा
ट्रंप ने पिछले महीने गाजा पर नियंत्रण करने की मंशा जताई थी और गाजा निवासियों को मिस्र या जॉर्डन में बसाने का प्रस्ताव रखा था। उनकी इस योजना को अरब नेताओं ने खारिज कर दिया था और बड़े पैमाने पर इसका विरोध किया गया था। एआई वीडियो के जरिए ट्रंप ने यह दिखाने की कोशिश की है कि वह अपने प्रस्ताव पर कायम हैं।
सोशल मीडिया पर आलोचनाट्रंप द्वारा यह वीडियो पोस्ट किए जाने के बाद सोशल मीडिया पर उनकी आलोचना होने लगी। आलोचना करने वालों में ट्रंप के कुछ समर्थक भी शामिल हैं। एक अमेरिकी ने वीडियो पर लिखा, “मुझे इससे नफरत है। मैं अपने राष्ट्रपति से प्यार करता हूं, लेकिन यह भयानक है।” जबकि एक अन्य व्यक्ति ने लिखा, “ट्रंप गाजा वीडियो शायद किसी अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा अब तक का सबसे घिनौना, सबसे शर्मनाक, सबसे घिनौना सार्वजनिक संचार है।”
मिस्र और जॉर्डन ने प्रस्ताव को खारिजगाजा पर नियंत्रण करने के साथ ही ट्रंप ने मिस्र और जॉर्डन से अपील की थी कि वे गाजा निवासियों को वहीं बसाएं। जिसके बाद मिस्र और जॉर्डन ने उनके प्रस्ताव को खारिज कर दिया और कहा कि गाजा पर सिर्फ गाजा के लोगों का अधिकार है और यहां का नियंत्रण फिलिस्तीनियों के पास ही रहेगा।