हरियाणा के रोहतक में 22 वर्षीय कांग्रेस नेता हिमानी नरवाल की बेरहमी से हत्या के मामले में पुलिस ने बड़ी कामयाबी हासिल की है। रोहतक पुलिस ने हत्या के आरोपी सचिन को दिल्ली के मुंडका इलाके से गिरफ्तार कर लिया है। रोहतक रेंज के एडीजीपी कृष्ण कुमार राव ने सोमवार (3 मार्च, 2025) को प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस मामले से जुड़े कई चौंकाने वाले खुलासे किए। इस हत्याकांड ने पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया है।
सोशल मीडिया से शुरू हुई दोस्तीपुलिस की जांच में सामने आया है कि हिमानी और आरोपी सचिन की मुलाकात करीब डेढ़ साल पहले सोशल मीडिया के जरिए हुई थी। धीरे-धीरे दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं और पिछले आठ महीनों से सचिन हिमानी के घर आना-जाना शुरू कर दिया था। हिमानी विजय नगर, रोहतक में अकेली रहती थी, जिसका फायदा उठाकर सचिन अक्सर उसके घर आता था। हालांकि, हिमानी को पता था कि सचिन शादीशुदा है और उसके दो बच्चे भी हैं, लेकिन फिर भी वह उस पर शादी का दबाव नहीं बना रही थी।
घटना की रात क्या हुआ?एडीजीपी कृष्ण कुमार राव के अनुसार, 27 फरवरी की रात करीब 9 बजे आरोपी सचिन हिमानी के घर आया और रात भर वहीं रुका। अगले दिन यानी 28 फरवरी की दोपहर को दोनों के बीच किसी बात को लेकर बहस शुरू हुई, जो जल्द ही झगड़े में बदल गई। गुस्से में आकर सचिन ने पहले हिमानी के हाथ और पैर चुन्नी से बांधे और फिर मोबाइल चार्जर के वायर से उसका गला घोंट दिया। इस दौरान हिमानी ने अपने बचाव में सचिन के हाथों पर काट लिया था, जिसके निशान पुलिस को मिले हैं।
सूटकेस में पैक किया शवहत्या के बाद आरोपी सचिन ने हिमानी के शव को उसी के सूटकेस में पैक कर दिया। हाथापाई के दौरान सचिन के हाथों से बहे खून के धब्बे रजाई पर लग गए थे, इसलिए उसने रजाई का कवर भी उतारकर सूटकेस में ही रख दिया। इसके बाद सचिन ने हिमानी की अंगूठियां, सोने की चेन, मोबाइल फोन, लैपटॉप और अन्य जेवरात एक बैग में डालकर हिमानी की स्कूटी लेकर अपने गांव कनौंदा में अपनी मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान पर चला गया।
रात करीब 10 बजे सचिन वापस हिमानी के घर आया और उसकी स्कूटी वहीं खड़ी करके रात 11 बजे के आसपास ऑटो में सूटकेस रखकर रोहतक के पास दिल्ली बाईपास पहुंचा। वहां से वह बस में बैठकर सांपला गया और बस स्टैंड के पास झाड़ियों में सूटकेस फेंककर फरार हो गया। पुलिस ने बताया कि आरोपी के पास से कुछ ऐसे दस्तावेज भी मिले हैं, जिनसे पता चलता है कि उसने एक फाइनेंस कंपनी में गहने रखकर एक लाख रुपये से ज्यादा का लोन लिया था। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि क्या ये गहने हिमानी के थे।
हत्या का कारण: पैसों का लेनदेनपुलिस के अनुसार, हत्या का मुख्य कारण पैसों का लेनदेन था। एडीजीपी राव ने कहा, "आरोपी ने बताया है कि यह पूरा मामला पैसों के लेनदेन का है। दोनों के बीच इसी बात को लेकर झगड़ा हुआ था, जिसके बाद गुस्से में आकर सचिन ने हिमानी की हत्या कर दी।" पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया कि यह हत्या पूर्व नियोजित नहीं थी, बल्कि अचानक हुए झगड़े का नतीजा थी।
आरोपी का पारिवारिक पृष्ठभूमिआरोपी सचिन उर्फ ढील्लू (30) झज्जर जिले के खेरपुर गांव का रहने वाला है। वह पहले से शादीशुदा है और उसके दो बच्चे भी हैं। सचिन झज्जर के कानौंदा गांव में मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान चलाता है। पुलिस ने बताया कि सचिन के परिवार के लोगों को हिमानी के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। रोहतक में वह विजय नगर इलाके में अकेला रहता था।
पुलिस की कार्रवाईइस हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने के लिए हरियाणा पुलिस की 8 टीमें लगाई गई थीं। आरोपी सचिन को रोहतक की एसआईटी टीम ने रविवार (2 मार्च) रात को दिल्ली के मुंडका इलाके से गिरफ्तार किया। सोमवार को आरोपी को अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे तीन दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। पुलिस रिमांड के दौरान आरोपी से पूछताछ कर इस हत्याकांड से जुड़े और भी खुलासे करेगी।