बच्चों में अधिक होता है ब्रेनस्टेम ग्लियोमा का खतरा, ये लक्षण दिखने पर माता-पिता तुरंत हो जाएं सतर्क
ब्रेनस्टेम ग्लियोमा एक ऐसी बीमारी है जो बच्चों को जल्दी प्रभावित करती है ऐसे में आइए डॉक्टर से जानते हैं इसके लक्षण और इलाज.
कुछ बीमारियां ऐसी होती हैं जिनके बच्चों में विकसित होने के चांसेस ज्यादा होते हैं. इन्हीं में से एक है ब्रेनस्टेम ग्लियोमा. इस बीमारी के बारे में लोगों को कम ही जानकारी है. आइए इसके बारे में डॉ. दिनेश रत्नानी
(निदेशक – न्यूरोसर्जरी, न्यूरो क्रिटिकल केयर और स्पाइन सर्जरी, मैक्स सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, नोएडा) से जानते हैं.
डॉ. दिनेश रत्नानी ने बताया कि ब्रेनस्टेम हमारे ब्रेन का वह हिस्सा है जो सेरिब्रल को रीढ़ की हड्डी और सेरिबेलम से जोड़ता है. यह शरीर के कई जरूरी कार्यों को कंट्रोल करता है, जैसे सांस लेना, दिल की धड़कन और शरीर का संतुलन बनाए रखना.
- ब्रेनस्टेम ग्लियोमा क्या है?
ब्रेनस्टेम ग्लियोमा एक प्रकार का ब्रेन ट्यूमर है जो ब्रेनस्टेम में विकसित होता है (जो मस्तिष्क के निचले हिस्से को रीढ़ की हड्डी से जोड़ता है). यह बच्चों में अधिक पाया जाता है, लेकिन कभी-कभी वयस्कों में भी हो सकता है. इस बीमारी का सही कारण अभी तक अज्ञात है.
ब्रेनस्टेम ग्लियोमा के प्रकार-
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1. फोकल ब्रेनस्टेम ग्लियोमा – यह धीरे-धीरे बढ़ता है और ब्रेनस्टेम के एक छोटे हिस्से तक ही सीमित रहता है.
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2. डिफ्यूज इंट्रिंसिक पोंटाइन ग्लियोमा (DIPG) – यह एक ग्रेड IV ट्यूमर होता है, जो बहुत तेजी से बढ़ता है और ब्रेनस्टेम के अन्य हिस्सों में फैल सकता है.
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3. एक्सोफाइटिक ग्लियोमा – यह ब्रेनस्टेम से बाहर की ओर बढ़ता है और कभी-कभी सर्जरी से हटाया जा सकता है.
ब्रेनस्टेम ग्लियोमा के लक्षण-
- डबल दिखना (डिप्लोपिया) या भेंगापन (स्क्विंट)
- चेहरे के एक तरफ कमजोरी या सुन्नपन
- हाथ-पैरों में कमजोरी या सुन्नपन
- संतुलन बनाने में कठिनाई
- सिरदर्द और नॉज़िया
Treatment कैसे किया जाता है?
- ब्रेनस्टेम ग्लियोमा की जांच के लिए MRI स्कैन सबसे प्रभावी तरीका है. इससे ट्यूमर का आकार और स्थान स्पष्ट रूप से पता चल जाता है.
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रेडिएशन थेरेपी: यह सबसे सामान्य और प्रभावी इलाज है. इसे लगभग 6 हफ्तों तक किया जाता है.
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कीमोथेरेपी: रेडिएशन के साथ या बाद में कीमोथेरेपी दी जा सकती है, जिससे ट्यूमर के बढ़ने की गति धीमी हो जाती है.
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सर्जरी: फोकल और एक्सोफाइटिक ग्लियोमा के मामलों में सर्जरी संभव होती है.
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VP शंट: अगर ट्यूमर के कारण दिमाग में अधिक तरल (हाइड्रोसिफेलस) जमा हो जाता है, तो इसे निकालने के लिए VP शंट लगाया जा सकता है.
ब्रेनस्टेम ग्लियोमा एक गंभीर बीमारी है, जिसे ठीक करना मुश्किल होता है. इसके इलाज के लिए न्यूरोसर्जन, ऑन्कोलॉजिस्ट और रेडिएशन विशेषज्ञों की टीम मिलकर काम करती है. इसका मुख्य लक्ष्य ट्यूमर की वृद्धि को धीमा करके मरीज की जिंदगी को बेहतर और लंबा बनाना है. समय पर सही इलाज और देखभाल से मरीज को राहत मिल सकती है.