बिहार सरकार ने ग्रामीण इलाकों में रोजगार के नए अवसर पैदा करने और किसानों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। इसके तहत "बिहार मुर्गी पालन योजना 2025" की शुरुआत की गई है, जो किसानों, युवाओं और महिलाओं को पोल्ट्री फार्म शुरू करने के लिए प्रोत्साहित करेगी।
इस योजना का मकसद कम खर्च में मुर्गी पालन व्यवसाय शुरू करना और लोगों की आय बढ़ाना है। सरकार इस योजना के जरिए 30% से 40% तक सब्सिडी दे रही है, जिससे पोल्ट्री फार्मिंग को बढ़ावा मिलेगा और ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।
इस योजना का लाभ उठाने के लिए सामान्य वर्ग के लोगों को 30% तक की छूट मिलेगी, वहीं अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग के लिए यह सब्सिडी 40% तक होगी। यह कदम न सिर्फ आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को सशक्त बनाएगा, बल्कि बिहार में पोल्ट्री उत्पादन को भी नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा।
अगर आप भी इस योजना का हिस्सा बनना चाहते हैं, तो कुछ जरूरी शर्तों को पूरा करना होगा। आवेदक की उम्र 18 साल से ज्यादा होनी चाहिए, वह बिहार का स्थायी निवासी हो, उसके पास पोल्ट्री फार्म के लिए जमीन और बैंक खाता हो। साथ ही, जिन लोगों को पोल्ट्री उत्पादों की मार्केटिंग का अनुभव है, उन्हें खास तवज्जो दी जाएगी।
आवेदन के लिए आपको आधार कार्ड, निवास प्रमाण पत्र, बैंक पासबुक, जमीन के कागजात, प्रोजेक्ट रिपोर्ट और 5 दिन की पोल्ट्री ट्रेनिंग का सर्टिफिकेट जैसे दस्तावेज जमा करने होंगे। अगर आपके पास ये सब तैयार है, तो बिहार सरकार के पशुपालन विभाग की वेबसाइट पर जाकर आसानी से आवेदन कर सकते हैं।
वेबसाइट पर "पोल्ट्री फार्मिंग स्कीम" सेक्शन में जाकर फॉर्म भरें, दस्तावेज अपलोड करें और सबमिट कर दें। आवेदन के बाद मिलने वाला नंबर संभालकर रखें, ताकि भविष्य में जरूरत पड़ने पर काम आए। यह योजना बिहार के ग्रामीण क्षेत्रों में स्वरोजगार को नई दिशा देने का वादा करती है।