प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मुखवा और हर्षिल आने के बाद से यात्रा के पक्ष में जबरदस्त माहौल बना है। पिछले वर्ष की तुलना में इस बार चार धाम यात्रा 10 दिन पहले शुरू हो रही है यानी कि इस बार यात्रा के लिए ज्यादा दिन उपलब्ध होंगे। यात्रियों द्वारा पंजीकरण के लिए दिखाए जा रहे उत्साह को देखते हुए सरकार ने भीड़ प्रबंधन को ध्यान में रखते हुए तैयारी शुरू कर दी है।
प्रधानमंत्री मोदी के मां गंगा के शीतकालीन गद्दी स्थल मुखवा और पर्यटन स्थल हर्षिल के दौरे से यात्रा के लिए अच्छा माहौल तैयार हुआ है। वह छह मार्च को उत्तराखंड आए थे। ऐसा पहली बार हुआ, जब कि चार धाम यात्रा शुरू होने से कुछ दिन पहले ही प्रधानमंत्री का उत्तराखंड दौरा हुआ। भले ही औपचारिक कार्यक्रम शीतकालीन यात्रा को लेकर था, लेकिन प्रधानमंत्री ने चार धाम यात्रा की भी भरपूर ब्रांडिंग की। देश को यह भी बताया कि पिछले दस वर्षों में चार धाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में कितना बड़ा अंतर आ गया है।
2024 में चार धाम यात्रा का शुभारंभ 10 मई को हुआ था। इस बार उसकी शुरुआत 30 अप्रैल से हो रही है। वर्ष 2023 में यात्रा 22 अप्रैल को शुरू हो गई थी और रिकार्ड 56 लाख, 18 हजार, 497 यात्री उत्तराखंड पहुंचे थे। वर्ष 2024 में कम दिन मिलने और प्राकृतिक आपदा की घटनाओं के बावजूद यात्री संख्या के आंकडे़ ने सबको चौंका दिया था। उस वर्ष यात्रा में कुल 48 लाख, 04 हजार, 215 यात्री उत्तराखंड पहुंचे थे।
इस बार चार धाम यात्रा के लिए 30 अप्रैल को गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खुलेंगे। जबकि 02 मई को श्री केदारनाथ धाम और 04 मई को श्री बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलना निश्चित है। Edited by: Sudhir Sharma