उत्तराखंड में नैनीताल से दो घंटे की दूरी पर एक ऐसा हिल स्टेशन है जो सीक्रेट और बेहद सुंदर है. इस हिल स्टेशन की सुंदरता टूरिस्टों को मंत्रमुग्ध कर देती है. यह हिल स्टेशन पहाड़ों की गोद में बसा है. इस हिल स्टेशन में टूरिस्ट ट्रैकिंग और कैंपिंग भी कर सकते हैं. इस हिल स्टेशन का नाम रानीखेत है. यह शांत और सुकून से भरा हुआ हिल स्टेशन है. चारों तरफ पहाड़ और जंगल हैं. इस हिल स्टेशन में आप नदियां, पहाड़, झरने और वादियां देख सकते हैं.
इस हिल स्टेशन पर टूरिस्ट ट्रैकिंग कर सकते हैं और पैराग्लाइडिंग का आनंद ले सकते हैं. रानीखेत में कई सारे ट्रैकिंग स्पॉट हैं. यहां का चौबटिया बाग से होल्म फार्म तक का ट्रैक काफी लोकप्रिय है. अगर आपको प्रकृति के बीच नेचर वॉक करना है तो रानीखेत आपके लिए परफेक्ट है.
इस हिल स्टेशन को अंग्रेजों ने विकसित किया. ऐसा कहा जाता है कि रानी पद्मिनी इस जगह की सुंदरता को देखकर मंत्रमुग्ध हो गई थी, उन्हें इस जगह और घाटी से प्यार हो गया था. राजा सुखदेव ने रानी की इच्छाओं को पूरा करने के लिए इस जगह पर एक महल का निर्माण करवाया. जिस कारण इस जगह का नाम रानीखेत पड़ा. हालांकि वर्तमान अभिलेखों और पुरातत्व साक्ष्यों में यहां ऐसा कोई महल नहीं मिलता है. रानीखेत में टूरिस्ट झूला देवी मंदिर के दर्शन कर सकते हैं. यह मंदिर रानीखेत के पास है. मंदिर 8 वीं शताब्दी का है. यह मंदिर देवी दुर्गा को समर्पित मंदिर है. इस मंदिर को लेकर मान्यता है कि यहां भक्तों की सारी मनोकामना पूरी होती हैं. टूरिस्ट रानीखेत में चौबटिया बाग की सैर कर सकते हैं.
यहां नंदा देवी, नीलकंठ, नंदघुनती और त्रिशूल की चोटियों के आकर्षक दृश्यों को देख सकते हैं. रानीखेत में टूरिस्ट कालिका की सैर कर सकते हैं. यह जगह रानीखेत से 6 किमी दूर है. यह जगह भी हरे-भरे जंगलों और पहाड़ों से घिरा है.