Mood Swings In Women: महिलाओं में मूड स्विंग्स एक आम समस्या है जो उनके दैनिक जीवन को प्रभावित कर सकती है. इसके लिए कई कारक जिम्मेदार होते हैं, जिनमें हार्मोनल परिवर्तन भी शामिल हैं. ‘एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन’ दो प्रमुख हार्मोन हैं जो महिलाओं के मूड को प्रभावित करते हैं.
एस्ट्रोजन एक महिला हार्मोन है जो महिलाओं के प्रजनन प्रणाली के विकास और कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. यह हार्मोन महिलाओं के मूड को भी प्रभावित करता है. एस्ट्रोजन का स्तर मासिक धर्म चक्र, गर्भावस्था और रजोनिवृत्ति के दौरान बदलता रहता है. एस्ट्रोजन के स्तर में परिवर्तन से महिलाओं में मूड स्विंग्स हो सकते हैं.
प्रोजेस्टेरोन एक अन्य महिला हार्मोन है जो गर्भावस्था के लिए गर्भाशय को तैयार करने में मदद करता है. यह हार्मोन महिलाओं के मूड को भी प्रभावित करता है. प्रोजेस्टेरोन का स्तर मासिक धर्म चक्र, गर्भावस्था और रजोनिवृत्ति के दौरान बदलता रहता है. प्रोजेस्टेरोन के स्तर में परिवर्तन से महिलाओं में मूड स्विंग्स हो सकते हैं.
मूड स्विंग्स का इलाज कुछ कारणों पर निर्भर करता है. यदि हार्मोनल परिवर्तन मूड स्विंग्स का कारण बन रहे हैं, तो हार्मोनल थेरेपी मदद कर सकती है. तनाव और नींद की कमी जैसे अन्य कारकों को संबोधित करने से भी मूड स्विंग्स को कम करने में मदद मिल सकती है.
नोट: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है. इसे केवल सुझाव के तौर पर लें. इस तरह की किसी भी जानकारी पर अमल करने से पहले डॉक्टर या किसी विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें. (Photo Credit- Pinterest)