इंटरनेट डेस्क। राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष जूली के राम मंदिर जाने के बाद गंगाजल का छिड़काव कर चर्चा में आए बीजेपी नेता ज्ञानदेव आहूजा को पार्टी से सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं अब बीजेपी से निलंबित होने के बाद का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि मैं दलित समर्थक रहा हूं मैं अपहरण कर मेवात ले जाई गईं दलितों की 27 लड़कियों को वापस लेकर आया था।
मीडिया रिपोटर्स की माने तो ज्ञानदेवा आहूजा ने कहा, मैं दलित का जन्मजात समर्थक रहा हूं, दलित परिवार पर हमला हुआ उसके साथ खड़ा रहा मैं दलित समाज का सबसे बड़ा मसीहा हूं और रहूंगा मैं किसी जाति विशेष के खिलाफ आप शब्द नहीं बोले हैं, मैं जूली के जन्मदिन पर माला पहनाने गया था जबकि मुझे पार्टी के नेताओं ने मना किया था।
खबरों की माने तो उन्होंने यह भी कहा कि मैं टीकाराम जूली का सम्मान करता हूं, मैं कांग्रेस की मानसिकता के खिलाफ हूं, उन्होंने कहा मैं कांग्रेस के उन नेताओं का विरोध करता हूं जो सनातन विरोधी हैं।
pc- abp news