हाल ही में सोने की कीमतों में आई गिरावट ने निवेशकों और आम जनता को हैरान कर दिया है। यह गिरावट पिछले छह महीनों में सबसे बड़ी मानी जा रही है, जो न केवल भारतीय बाजारों में बल्कि वैश्विक स्तर पर भी देखी जा रही है। इस लेख में, हम इस गिरावट के कारणों का विश्लेषण करेंगे और जानेंगे कि यह निवेशकों के लिए क्या मायने रखता है।
सोने की कीमतों में गिरावट भारतीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में चर्चा का विषय बनी हुई है। 9 अप्रैल 2025 को भारत में 24 कैरेट सोने की कीमत ₹97,082 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गई, जो हाल के उच्चतम स्तर से काफी कम है। 22 कैरेट सोने की कीमत ₹89,439 प्रति 10 ग्राम और 18 कैरेट सोने की कीमत ₹73,178 प्रति 10 ग्राम दर्ज की गई है।
विवरण | मूल्य (₹) |
24 कैरेट सोना (10 ग्राम) | ₹ 97,082 |
22 कैरेट सोना (10 ग्राम) | ₹ 89,439 |
18 कैरेट सोना (10 ग्राम) | ₹ 73,178 |
चांदी (1 किलो) | ₹ 94,000 |
सोने की कीमतों में गिरावट का मुख्य कारण अंतरराष्ट्रीय शेयर बाजारों में उतार-चढ़ाव और अमेरिकी डॉलर की मजबूती है। अमेरिका द्वारा लगाए गए टैरिफ ने वैश्विक अर्थव्यवस्था को प्रभावित किया है, जिसके चलते निवेशकों का रुझान अन्य संपत्तियों की ओर बढ़ा है।
भारत सहित कई देशों में सोने की मांग में कमी आई है। त्योहारों और शादी के सीजन के बाद मांग में गिरावट आई है, जिससे कीमतें नीचे आई हैं।
कई देशों के केंद्रीय बैंकों द्वारा ब्याज दरों में बदलाव और आर्थिक नीतियों ने भी सोने की कीमतों पर दबाव डाला है।
भारत के विभिन्न शहरों में 9 अप्रैल 2025 को सोने की कीमतें निम्नलिखित थीं:
शहर | 24 कैरेट (₹/10 ग्राम) | 22 कैरेट (₹/10 ग्राम) |
मुंबई | ₹ 97,189 | ₹ 96,800 |
चेन्नई | ₹ 93,033 | ₹ 92,661 |
दिल्ली | ₹ 97,473 | ₹ 97,082 |
बैंगलोर | ₹ 92,845 | ₹ 92,473 |
कोलकाता | ₹ 95,961 | ₹ 95,577 |
सोने की कीमतों में गिरावट निवेशकों के लिए एक अवसर हो सकती है। कम कीमत पर खरीदारी करना लंबे समय तक लाभदायक साबित हो सकता है। हालांकि, निवेश करने से पहले निम्नलिखित बातों पर ध्यान देना चाहिए:
विशेषज्ञ मानते हैं कि आने वाले महीनों में सोने की कीमतें स्थिर रह सकती हैं या थोड़ी बढ़ सकती हैं। हालांकि, यह अनुमान वैश्विक आर्थिक परिस्थितियों और स्थानीय मांग पर निर्भर करेगा।
यह लेख केवल जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से लिखा गया है। निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें।
सोने की कीमतों में गिरावट अस्थायी हो सकती है या लंबे समय तक बनी रह सकती है। इसलिए निवेश करते समय सभी पहलुओं पर विचार करना आवश्यक है।