डायबिटीज एक गंभीर बीमारी है. इसके मरीजों को अपनी सेहत का विशेष ध्यान रखना पड़ता है. इन्हें किसी भी चीज को खाने से पहले 100 दफा सोचना पड़ता है. दुनिया में इस बीमारी से करोड़ों लोग जूझ रहे हैं. डायबिटीज के मरीज अक्सर वो देसी जुगाड़ ढूढ़ते हैं , जिससे उनकी शुगर कंट्रोल में रहे और स्वाद भी बना रहे तो चलिए आज हम आपको ऐसे ही एक फल के बारे में बताएंगे.
गर्मी के मौसम में फलों की बहार होती है. इस दौरान कई ऐसे फल आते हैं , जिन्हें खाने से कोई खुद को रोक नहीं पाता है, लेकिन डायबिटीज के मरीजों को इन्हें खाने से पहले भी सोचना पड़ता है ऐसे में जामुन आपके लिए अच्छा ऑप्शन हो सकता है.
गर्मी के मौसम में जामुन बाजारों में खूब बिकता है. इसे लोग खूब चटकारे लेकर खाते हैं. डायबिटीज के मरीजों के लिए भी ये बहुत फायदेमंद होता है. जामुन में भरपूर मात्रा में पोषक तत्व होते हैं. इसमें कई तरह के विटामिंस और मिनरल्स पाए जाते हैं, लेकिन क्या आपको पता है जामुन के साथ साथ इसके बीज भी लाभदायक होते हैं. जामुन के बीज शुगर को कंट्रोल करने में मदद करते हैं.
जामुन की गुठली में अल्कलाइड होता है जो कि स्टार्ज को शुगर में तब्दील होने से रोकता है ऐसे में शुगर कंट्रोल रहती है. इसके अलावा इसमें जम्बोलिन और जंबोसीन नाम के दो पोषक तत्व होते हैं, जो ब्लड शुगर लेवल को कम करते हैं. ऐसे में शुगर कंट्रोल में रहती है. जामुन के बीज को पीसकर इसका पाउडर बनाकर इसका सेवन करें.
जामुन के बीज सिर्फ डायबिटीज के मरीजों के लिए ही नहीं बल्कि बीपी के मरीजों के लिए भी फायदेमंद होते हैं. इस फल की गुठली में लेसिक एसिड पाया जाता है जो ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद करता है.
यदि आपका पाचन तंत्र सही से काम नहीं करता है तो आपके लिए भी जामुन की गुठली लाभदायक हो सकती है. इसकी गुठली में क्रूड फाइबर पाया जाता है जो पाचन क्रिया को अच्छा करता है. क्रूड फाइबर खाने को अच्छी तरह पचाने में मदद करता है और इसे मजबूत भी बनाता है.
आपको ये जानकर हैरानी होगी कि जामुन की गुठली में कई कैंसर रोधी गुण मौजूद होते हैं. इस फल के बीज में साइटोटॉक्सिक वाले कुछ कंपाउंड मौजूद होते हैं, जिसका इस्तेमाल फेफड़ों के कैंसर के इलाज में एंटी कैंसर एजेंट के रूप में किया जाता है.
नोटः यहां दी गई जानकारी की इंडिया काॅम पुष्टि नहीं करता. यहां बताई गई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें.