दिल्ली-एनसीआर में भारी बारिश : दिल्ली में तेज हवाओं के साथ हुई बारिश की वजह से आईटीओ समेत कई इलाकों में पानी भर गया। दिल्ली NCR में कल रात आए तूफान और भारी बारिश के कारण कई पेड़ गिर गए। सड़कों पर कई वाहन डूबे नजर आए। दिल्ली एयरपोर्ट ने भी एडवाइजरी जारी कर कहा कि कल रात खराब मौसम के कारण कुछ उड़ानें प्रभावित हुई हैं। यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे नियमित रूप से अपनी उड़ान की स्थिति की जांच करें और अपडेट के लिए एयरलाइन कर्मचारियों के संपर्क में रहें।
मुंबई स्थित क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र की प्रमुख डॉ. शुभांगी भूटे के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मानसून केरल में अपने आगमन की सामान्य तिथि एक जून से लगभग एक सप्ताह पहले ही पहुंच चुका है और इसके आगे बढ़ने के लिए मौसम की परिस्थितियां अनुकूल बनी हुई हैं।
मध्यप्रदेश में कब पहुंचेगा मानसून : मानसून ने केरल में तय समय से लगभग एक सप्ताह पहले दस्तक दे दी है। मानसून पहुंचने के साथ तटीय इलाकों में झमाझम बारिश हो रही है। वहीं केरल में मानसून के दस्तक देने के साथ मध्यप्रदेश में मानसून कब पहुंचेगा इसको लेकर लोगों में उत्सकुता बढ़ गई है।
भोपाल मौसम केंद्र के मौसम विज्ञानी अरुण शर्मा के मुताबिक प्रदेश में मानसून 15-16 जून तक दस्तक दे सकता है। प्रदेश में मानसून राज्य के दक्षिण भाग से एंट्री करेगा। प्रदेश के दक्षिणी जिलों अनूपपुर,बालाघाट, बैतूल, मंडला, सिवनी, डिंडौरी,पांढुर्णा और पश्चिमी जिलों बुरहानपुर व बड़वानी में सबसे पहले मानसून सक्रिय होगा।
वहीं राजधानी भोपाल, इंदौर और प्रदेश के मध्य इलाकों में मानसून 20 जून तक पहुंच सकता है, वहीं राज्य के उत्तरी इलाके ग्वालियर-चंबल में मानसून 25 जून तक सक्रिय होगा। ऐसे में प्रदेश में जून के महीने में मानसून पूरे प्रदेश को कवर कर सकता है। वहीं मानसून आने से पहले प्रदेश में एक साथ कई सिस्टम एक्टिव होने से कई जिलों में तेज हवाओं के साथ बारिश का दौर जारी है।
एक ओर दक्षिण और पश्चिम भारत के कई हिस्सों में मूसलधार बारिश हो रही है, वहीं उत्तर और उत्तर-पश्चिमी भारत के कई राज्यों में भीषण गर्मी और लू का प्रकोप जारी है। आईएमडी के मुताबिक, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और पंजाब में 24 से 30 मई के बीच आंधी चलने की संभावना है।
दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में अधिकतम तापमान सामान्य से 2–4 डिग्री सेल्सियस अधिक है। राजस्थान के जैसलमेर में 23 मई को अधिकतम तापमान 48 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। 25 से 29 मई तक इन क्षेत्रों में धूलभरी आंधी, गरज-चमक के साथ बारिश और तेज हवाएं (40–50 किमी/घंटा) चलने की संभावना है।
कोंकण, गोवा और मध्य महाराष्ट्र में 25 मई को अति भारी वर्षा की चेतावनी जारी की गई है। रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग जैसे जिलों में अलर्ट जारी किया गया है। आईएमडी के मुताबिक केरल, तटीय महाराष्ट्र, गोवा और कर्नाटक में अगले कुछ दिनों में अत्यंत भारी बारिश की संभावना है।
Edited By : Chetan Gour