नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारतीय सेना द्वारा चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी अंतरराष्ट्रीय समुदाय को देने के लिए भारत का सातवां डेलिगेशन विदेश के लिए रवाना हुआ है। इस डेलिगेशन का नेतृत्व भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद कर रहे हैं, जो रविवार, 25 मई को यात्रा पर निकले। यह डेलिगेशन 25 मई से 7 जून तक यूरोप के छह देशों, जिनमें फ्रांस, इटली, डेनमार्क, इंग्लैंड, बेल्जियम और जर्मनी शामिल हैं, का दौरा करेगा।
रवाना होने से पहले, रविशंकर प्रसाद ने कहा, 'हम दुनिया को यह संदेश देंगे कि भारत शांति और सद्भाव में विश्वास करता है, लेकिन यदि निर्दोष भारतीयों पर हमला होता है, तो हम उसका जवाब देंगे। यदि हमारी बहनों और बेटियों का सिंदूर कोई उजाड़ता है, तो हम ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से जवाब देंगे।'
डेलिगेशन में शामिल शिवसेना की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, 'हमारा संदेश स्पष्ट है। पाकिस्तान अब 'आतंकिस्तान' बन चुका है। सभी आतंकवादियों की जड़ें पाकिस्तान में हैं। आतंकवाद के प्रति हमारी जीरो टॉलरेंस नीति पाकिस्तान को कमजोर करेगी और उसके आतंकवाद को समाप्त करेगी।'
यह ध्यान देने योग्य है कि ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी देने के लिए भारत ने 59 सदस्यों के सात डेलिगेशन बनाए हैं, जिनमें से सभी विदेश रवाना हो चुके हैं। इनमें से छह डेलिगेशन अपने निर्धारित देशों में पहुंच चुके हैं। दो डेलिगेशन 21 मई को, एक 22 मई को, तीन 24 मई को और एक डेलिगेशन 25 मई को विदेश गए। जापान, यूएई, रूस आदि देशों में भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने वहां के नेताओं और अन्य समूहों से मुलाकात की है।
बहरीन में पहुंचे डेलिगेशन के सदस्य असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, 'हमारी सरकार ने हमें यहां भेजा है ताकि दुनिया को यह पता चले कि भारत कितने वर्षों से आतंक के खतरे का सामना कर रहा है।' उन्होंने कहा, 'आतंकवाद की समस्या पाकिस्तान से शुरू होती है। जब तक पाकिस्तान इन आतंकवादी समूहों को समर्थन देना बंद नहीं करता, यह समस्या खत्म नहीं होगी।'
शशि थरूर के नेतृत्व में भारतीय डेलिगेशन शनिवार रात न्यूयॉर्क पहुंचा। कांग्रेस सांसद थरूर ने कहा, 'जैसा कि आप जानते हैं, मैं सरकार के लिए काम नहीं करता, बल्कि एक विपक्षी पार्टी के लिए काम करता हूं, लेकिन मुझे यह कहते हुए खुशी हो रही है कि भारत ने पाकिस्तान को जो जवाब दिया, वह बिल्कुल सही था।'