Heated Hand And Feets: आपके हाथों और पैरों में लगातार जलन महसूस होना एक असहज और परेशान करने वाला अनुभव हो सकता है. इसे अक्सर हल्के में ले लिया जाता है, लेकिन यह कई अंतर्निहित स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत हो सकता है. यदि आप भी इस तरह की जलन का अनुभव कर रहे हैं, तो यह महत्वपूर्ण है कि आप किसी चिकित्सक से सलाह लें. यहां चार ऐसी बीमारियां बताई गई हैं जो आपके हाथों और पैरों में लगातार जलन का कारण बन सकती हैं.
मधुमेह के रोगियों में हाथों और पैरों में जलन एक आम समस्या है, जिसे डायबिटिक न्यूरोपैथी कहा जाता है. उच्च रक्त शर्करा का स्तर नसों को नुकसान पहुंचाता है, जिससे सुन्नता, झुनझुनी और तीव्र जलन महसूस हो सकती है. यह आमतौर पर पैरों से शुरू होती है और धीरे-धीरे हाथों तक फैल सकती है. मधुमेह के बेहतर प्रबंधन से इस स्थिति को नियंत्रित किया जा सकता है.
डायबिटिक न्यूरोपैथी पेरिफेरल न्यूरोपैथी का एक प्रकार है, लेकिन पेरिफेरल न्यूरोपैथी अन्य कारणों से भी हो सकती है. इसमें विटामिन की कमी (विशेष रूप से विटामिन बी12), ऑटोइम्यून रोग, संक्रमण, गुर्दे की बीमारी, शराब का अत्यधिक सेवन और कुछ दवाओं के दुष्प्रभाव शामिल हैं. इस स्थिति में शरीर के बाहरी हिस्सों की नसें क्षतिग्रस्त हो जाती हैं, जिससे जलन, दर्द, सुन्नता और कमजोरी महसूस होती है.
थायराइड ग्रंथि शरीर के चयापचय को नियंत्रित करती है. हाइपोथायरायडिज्म (अंडरएक्टिव थायराइड) की स्थिति में, थायराइड हार्मोन का उत्पादन कम हो जाता है, जिससे नसों को नुकसान पहुंच सकता है और हाथों-पैरों में जलन महसूस हो सकती है. अन्य लक्षणों में थकान, वजन बढ़ना और कब्ज शामिल हो सकते हैं. सही निदान और उपचार से इन लक्षणों को कम किया जा सकता है.
यह स्थिति पैरों में जलन का एक विशिष्ट कारण है. टरसल टनल सिंड्रोम तब होता है जब टखने के अंदर की टिबियल तंत्रिका (tibial nerve) संकुचित या क्षतिग्रस्त हो जाती है. यह तंत्रिका पैर के निचले हिस्से और पैर की उंगलियों तक जाती है. इस सिंड्रोम से पीड़ित लोगों को अक्सर पैर के तलवों, एड़ी और पैर की उंगलियों में जलन, दर्द, झुनझुनी और सुन्नता महसूस होती है.
हाथों और पैरों में लगातार जलन को कभी भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. यह किसी गंभीर स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकता है, जिसके लिए उचित चिकित्सा ध्यान की आवश्यकता है. यदि आप इन लक्षणों का अनुभव कर रहे हैं, तो जल्द से जल्द अपने डॉक्टर से परामर्श करें ताकि सही निदान हो सके और समय पर उपचार शुरू किया जा सके.
नोट: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है. इसे केवल सुझाव के तौर पर लें. इस तरह की किसी भी जानकारी पर अमल करने से पहले डॉक्टर या किसी विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें. (Photo Credit- Pinterest)