हरियाणा ऑर्बिटल ट्रेन कॉरिडोर प्रोजेक्ट बड़ी अपडेट, इन 20 गांवों की हो जाएगी मौज Haryana Orbital Rail Project – अभी पढ़ें ये खबर
Rahul Mishra (CEO) June 12, 2025 09:26 PM

हरियाणा कक्षीय रेल परियोजना: हरियाणा सरकार ने राज्य के सबसे महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट्स में शामिल ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर को लेकर बड़ी जानकारी दी है. चीफ सेक्रेटरी अनुराग रस्तोगी ने बताया है कि यह परियोजना दिसंबर 2027 तक पूरी कर ली जाएगी.

सोनीपत से पलवल तक जुड़ेगा रेल नेटवर्क

यह रेल कॉरिडोर सिर्फ सोनीपत तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि यह राज्य के कई जिलों को आपस में जोड़ेगा. इससे दिल्ली के चारों ओर एक औद्योगिक रेल रिंग तैयार होगा जो NCR के यातायात और व्यापार को नई दिशा देगा.

इन गांवों से होकर गुजरेगा कॉरिडोर

जानकारी के अनुसार, यह रेल मार्ग खरखौदा और आसपास के 20 गांवों से होकर गुजरेगा. इनमें किड़ौली, पाई, बरोणा, गोपालपुर, पिपली, थाना कलां, तुर्कपुर, जगदीशपुर, हरसाना खुर्द, मंडोरा और अकबरपुर शामिल हैं. इन गांवों में भूमि अधिग्रहण का काम पूरा हो चुका है.

हरसाना कलां स्टेशन बनेगा सबसे बड़ा जंक्शन

दिल्ली-पानीपत मेनलाइन को जोड़ने के लिए हरसाना कलां में नया जंक्शन बनाया जाएगा. यहीं से यह कॉरिडोर पारंपरिक रेल नेटवर्क से जुड़ेगा. इसके अलावा पानीपत के पिपली और तुर्कपुर में भी नए रेलवे स्टेशन बनाए जाएंगे, जिससे स्थानीय लोगों को सीधा फायदा मिलेगा.

सेमी हाईस्पीड ट्रेन से बढ़ेगी रफ्तार

यह परियोजना सोनीपत से पलवल के बीच एक सेमी हाईस्पीड ट्रेन नेटवर्क के रूप में तैयार की जा रही है. इसमें ट्रेनें 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकेंगी.

60 लाख टन माल, 40 लाख यात्री सालाना सफर करेंगे

इस रेल कॉरिडोर के माध्यम से सालाना 60 लाख टन माल की ढुलाई की जाएगी. वहीं 40 लाख यात्री हर साल इससे सफर करेंगे. यह मालगाड़ियों और यात्री ट्रेनों दोनों के लिए डिजाइन किया गया है, जिससे गुरुग्राम, चंडीगढ़ और दिल्ली को जोड़ा जाएगा.

लागत और दूरी की जानकारी

  • लंबाई: करीब 130 किलोमीटर
  • लागत: लगभग 5618 करोड़ रुपये
  • प्रमुख शहर: पलवल, सोहना, मानेसर, बहादुरगढ़, खरखौदा, सोनीपत
  • मानेसर से पाटली तक प्राथमिकता खंड पर कार्य जारी है
  • सोनीपत और झज्जर में जमीन अधिग्रहण पूरा हो चुका है

डबल लाइन और रेलवे फ्लाईओवर होंगे तैयार

प्रोजेक्ट में रेल लाइन डबल होगी, जिस पर मालगाड़ी और यात्री ट्रेनें दोनों दौड़ेंगी. इसके साथ ही 2 रेलवे फ्लाईओवर और कुल 153 अंडरपास बनाए जाएंगे, जिससे सड़क और रेल यातायात में बेहतर तालमेल बन सकेगा.

क्या बोले चीफ सेक्रेटरी?

अनुराग रस्तोगी ने बताया, “यह प्रोजेक्ट दिल्ली की ट्रैफिक भीड़ को कम करने में मदद करेगा और राज्य की औद्योगिक क्षमता को बढ़ाएगा. दिसंबर 2027 तक काम पूरा कर लिया जाएगा.

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