भारत को अरब नहीं बनने देंगे, IAS अफसर नियाज खान का विवादित ट्वीट, अरब को भारत के मुसलमानों से लेना देना नहीं
Webdunia Hindi June 17, 2025 09:42 PM


भोपाल। अपने बयानों और सोशल मीडिया पर अपनी पोस्ट को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहने वाले मध्यप्रदेश के चर्चित आईएएस अफयर नियान खान एक बार फिर सुर्खियों में है। इस बार वे अरब कंट्री और इस्लाम को लेकर चर्चा में है। नियाज खान ने अरब देशों के कल्चर के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर लिखा कि भारत को अरब नहीं बनने देंगे।

नियाज खान ने एक्स पर लिखा कि इस्लाम अरब के लोगों ने फैलाया और परिणाम भारत के तीन हिस्से हो गए।भविष्य में अरब संस्कृति को भारत में घुसने नहीं दिया जाएगा।अभी भी कहीं कहीं अरब का लिबास, एक लंबा कपड़ा और सर पर रिंग लगा कपड़ा देखने को मिलता है। ऐसे लोग जो सूखभोगी अरब के कपड़े पहनते हैं वे बंद कर दें भारत के लिए। भारत को अब अरब नहीं बनने दिया जाएगा। यहां की संस्कृति का सभी मुस्लिम भाई सम्मान करना सीखें। भौतिक सुख और विलासिता में डूबे अरबी हमारे नहीं हैं। यहां के हिंदू हमारे हैं क्यों कि हम सब यहीं से निकले हैं। अरब के लोगों को केवल धन से मतलब है यहां के मुसलमानो से कुछ लेना देना नहीं है।

अपने बयानों के लिए चर्चा में रहते है नियाज खान-मध्यप्रदेश के आईएएस अफसर नियाज खान अक्सर अपने बयानों और सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर चर्चा में रहते है। इससे पहले उन्होंने ट्रिपल तलाक पर कानून को लेकर पीएम मोदी की तारीफ की थी। उन्होंने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर लिखा था कि “तीन तलाक़ पर क़ानून बनाकर माननीय प्रधानमंत्री ने मुस्लिम महिलाओं को वह तोहफ़ा दिया है जो उन्हें हज़ारों सालों में नहीं मिलता।इसलिए मुस्लिम महिलाओं को प्रधानमंत्री का ये उपकार नहीं भूलना चाहिए।तीन तलाक़ से महिलाओं की लोहे की जंजीरें काटी गई हैं। यह कानून ख़त्म नहीं होगा अब”।

नियाज खान उस वक्त काफी सुर्खियों में आए थे जब उन्होंने कश्मीरी पंडितों के नरसंहार पर बनी फिल्म द कश्मीर फाइल्स को विवादित पोस्ट की थी। नियाज खान ने लिखा था कि “मुसलमानों के नरसंहार को दिखाने के लिए एक किताब लिखने की सोच रहा था ताकि द कश्मीर फाइल्स जैसी फिल्म कुछ प्रोड्यूसर्स द्वारा बनाई जाए, ताकि अल्पसंख्यकों के दर्द और पीड़ा को भारतीयों के सामने लाया जा सके। इसको लेकर उस वक्त सरकार ने नियाज खान से जवाब भी तलब किया।

IAS अफसर नियाज खान 2019 में खान सरनेम के कारण खूब विवादों में थे। उन्होंने अपना मुस्लिम नाम छिपाने के लिए अपना नाम बदलने की बात कही थी। तब उन्होंने कहा था कि मैं अपनी पहचान छिपाना चाहता हूं क्योंकि मुझे लगता है कि नया नाम मॉब लिंचिंग जैसी घटनाओं से बचा सकता है। मैं कुर्ता-टोपी नहीं पहनता और दाढ़ी भी नहीं रखता हूं तो मैं हिंसक भीड़ से नकली नाम के सहारे बचा सकता हूं। खान सरनेम मेरा भूत की तरह पीछा कर रहा है।

भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ NRC की मांग-कई नॉवेल लिख चुके अफसर नियाज अहमद खान ने NRC को लेकर पीएम मोदी को अनोखा सुझाव भी दे चुके है। उन्होंने पीएम मोदी से मांग की थी कि देश में भर में भ्रष्टाचारियों के खिलाफ NRC होना चाहिए। उन्होंने अपने पोस्ट में भ्रष्ट अफसरों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है।

डॉन अबू सलेम के साथ जेल में रहने की जताई थी इच्छा- इसके साथ नियाज खान ने सरकारी नौकरी में रहते हुए माफिया डॉन अबू सलेम के साथ जेल में रहने की इच्छा भी जता चुके है। उन्होंने अबू सलेम के जीवन पर लव डिमांड्स ब्लड नाम की किताब में कई रोचक किस्से हैं। नियाज खान ने 2017 में इसी नॉवेल के लिए कहा था कि अबू सलेम मेरी किताब का मुख्य किरदार हैं। उन्होंने सलेम के साथ एक महीना जेल में गुजारने की अर्जी सरकार को दी थी। इसके पीछे उन्होंने दलील दी थी कि मैं उन्हें समझना चाहता हूं। सरकार से अबू सलेम को मंजूरी नहीं मिली थी। उस समय नियाज खान गुना जिले में एडीएम थे।


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