राजस्थान मौसम चेतावनी: राजस्थान में मानसून का बेसब्री से इंतजार कर रहे लोगों के लिए राहत की खबर है. मौसम विभाग के मुताबिक गुजरात और उसके आसपास के इलाकों में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है. अगले 24 घंटों में यह सिस्टम उत्तर की ओर बढ़ते हुए दक्षिणी राजस्थान में प्रवेश कर सकता है. इसके प्रभाव से राज्य के दक्षिणी हिस्सों में 1 से 2 दिनों के भीतर मानसून के प्रवेश की संभावना प्रबल हो गई है.
21 जून तक सतर्क रहने की जरूरत मौसम विभाग ने पूर्वी राजस्थान के अधिकांश जिलों के लिए 21 जून तक मेघगर्जन, वज्रपात और तेज झोंकों की चेतावनी जारी की है. कई जिलों में तो भारी बारिश की संभावना को देखते हुए ऑरेंज अलर्ट भी लागू कर दिया गया है. यह अलर्ट जनजीवन और कृषि कार्यों पर असर डाल सकता है.
कहीं बारिश तो कहीं राहत पश्चिमी राजस्थान में मौसम स्थिर नहीं रहेगा, बल्कि वहां कई रंग देखने को मिलेंगे. कुछ जिलों में मेघगर्जन, आंधी और बिजली गिरने की संभावना के साथ येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किए गए हैं.
हालांकि कुछ जिलों जैसे जैसलमेर, बाड़मेर, बीकानेर और जोधपुर के लिए मौसम विभाग ने फिलहाल कोई चेतावनी जारी नहीं की है. जैसलमेर में 21 जून तक कोई अलर्ट नहीं है, जबकि बाड़मेर और बीकानेर में 18 से 21 जून तक, और जोधपुर में 19 से 21 जून तक मौसम सामान्य रहने का अनुमान है.
सिर्फ एक जिला अलर्ट में शामिल 19 जून को पश्चिमी राजस्थान में केवल पाली जिले के लिए बारिश और आंधी की चेतावनी दी गई है. बाकी किसी जिले में इस दिन कोई बड़ी गतिविधि नहीं देखने को मिलेगी. इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि मानसून की तीव्रता दक्षिण और पूर्वी भागों में अधिक होगी.
गांवों में बह निकली सड़कें, नदी उफान पर भीलवाड़ा जिले के बरूंदनी, सिंगोली, धाकड़ खेड़ी, जोजवा, बागीद और आसपास के गांवों में सोमवार को मूसलाधार बारिश हुई. बारिश इतनी तेज थी कि सड़कों पर पानी बहने लगा.
बरूंदनी पारसोली सड़क मार्ग पर बहने वाली रूपारेल (खालर) नदी उफान पर आ गई, जिससे स्थानीय आवागमन और जनजीवन प्रभावित हुआ. स्थानीय प्रशासन को स्थिति पर नजर रखने की जरूरत है.
कम दबाव और गर्मी का मेल है बड़ा कारण इस समय राजस्थान में अत्यधिक गर्मी और वातावरण में उच्च आर्द्रता (humidity) के चलते मानसून पूर्व की गतिविधियां तेज हो गई हैं. कम दबाव वाले क्षेत्र का बनना और उसकी दिशा दक्षिण राजस्थान की ओर होने से अगले कुछ दिन मौसम की दृष्टि से काफी अहम रहेंगे.
बारिश से बुवाई कार्य में मिलेगी स्पीड राज्य में मानसून के सक्रिय होने से खेती की तैयारियों में तेजी आ सकती है. जिन क्षेत्रों में बारिश की संभावना जताई गई है, वहां खेतों में नमी बढ़ने के साथ बुवाई का काम शुरू हो सकता है. इससे किसानों को भी बड़ी राहत मिलेगी, जो लंबे समय से मानसून के इंतजार में हैं.
बिजली गिरने और तेज हवाओं से बचाव जरूरी मौसम विभाग ने जनता और स्थानीय प्रशासन को संभावित वज्रपात, तेज हवाएं और भारी बारिश के मद्देनज़र सतर्क रहने की सलाह दी है. विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को खुले में जाने से बचने, और खासकर बच्चों और बुजुर्गों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की सिफारिश की गई है.