6 और 7 जुलाई की छुट्टी घोषित, बंद रहेंगे सभी स्कूल, बैंक और सरकारी दफ्तर 7 July Public Holiday – अभी पढ़ें ये खबर
Rahul Mishra (CEO) June 30, 2025 08:25 PM

7 जुलाई सार्वजनिक अवकाश: भारत सरकार ने 7 जुलाई 2025 को सार्वजनिक अवकाश घोषित करने की तैयारी कर ली है. यह छुट्टी मुहर्रम के अवसर पर दी जा सकती है. एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, यह फैसला इस्लामी नव वर्ष की शुरुआत को चिह्नित करते हुए लिया गया है. हालांकि, यह छुट्टी 6 या 7 जुलाई को होगी, यह चांद दिखने पर निर्भर करेगा. फिलहाल 6 जुलाई को छुट्टी घोषित है, लेकिन यदि उस दिन चांद नहीं दिखता है, तो 7 जुलाई को सार्वजनिक अवकाश रहेगा.

किन सेवाओं पर होगा असर?

अगर 7 जुलाई को सार्वजनिक अवकाश होता है, तो देशभर में कई महत्वपूर्ण सेवाएं बंद रहेंगी. इसमें शामिल हैं:

  • स्कूल और कॉलेज
  • सरकारी कार्यालय और डाकघर
  • निजी संस्थानों के कुछ कार्यालय
  • बैंक सेवाएं (जैसे चेक क्लियरेंस, लोन पेमेंट, आदि)

इसलिए, अगर आपको कोई जरूरी बैंकिंग या ऑफिस से जुड़ा काम निपटाना है, तो 5 या 6 जुलाई तक ही पूरा कर लें.

किन सेवाओं पर नहीं पड़ेगा असर?

हालांकि, कुछ सेवाएं ऐसी हैं जो इस दिन बिना किसी बाधा के चालू रहेंगी. इनमें शामिल हैं:

  • सरकारी और निजी अस्पताल, फार्मेसी, मेडिकल इमरजेंसी सेवाएं
  • पुलिस स्टेशन और अग्निशमन सेवाएं (24/7 सक्रिय)
  • ट्रेन और फ्लाइट्स अपने निर्धारित शेड्यूल पर चलेंगी
  • बस, मेट्रो, टैक्सी और ऑटो सेवाएं, हालांकि कुछ शहरों में इनकी फ्रीक्वेंसी कम हो सकती है
  • इसके अलावा, जिन संस्थानों में अवकाश की अनुमति नहीं है, वहां सामान्य कामकाज जारी रह सकता है.

किसे मिलेगा इस छुट्टी का लाभ?

इस दिन का विशेष महत्व मुस्लिम समुदाय, खासकर शिया मुस्लिमों के लिए है. मुहर्रम के दिन धार्मिक आयोजन, जुलूस और मातमी सभा आयोजित की जाती हैं. ऐसे में, इस दिन उन समुदायों को धार्मिक आयोजन में शामिल होने का अवसर मिलता है.

साथ ही, स्कूलों, कॉलेजों और दफ्तरों के कर्मचारियों को भी एक दिन की राहत मिलेगी, जिससे वे आराम या पारिवारिक समय बिता सकते हैं.

मुहर्रम का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व

मुहर्रम इस्लामी कैलेंडर का पहला महीना होता है और यह चार पवित्र महीनों में से एक माना जाता है. इसका 10वां दिन “आशूरा” कहलाता है, जो इमाम हुसैन की शहादत के रूप में याद किया जाता है. साल 680 ईस्वी में कर्बला की लड़ाई में पैगंबर मोहम्मद के नवासे इमाम हुसैन ने अन्याय के विरुद्ध संघर्ष करते हुए प्राण न्यौछावर किए थे.

इस दिन शोक, एकता और सांप्रदायिक सौहार्द का प्रतीक बन चुका है. मुस्लिम समुदाय के लोग ताजिए निकालते हैं, जुलूस में शामिल होते हैं और समाज में इंसानियत व बलिदान की भावना को साझा करते हैं.

चांद पर निर्भर करेगा छुट्टी का दिन

मुहर्रम का दिन चंद्र कैलेंडर पर आधारित होता है. इसलिए, भारत सरकार ने 6 जुलाई को अवकाश घोषित किया है, लेकिन यदि 5 जुलाई की रात चांद नजर नहीं आता, तो छुट्टी 7 जुलाई को स्थानांतरित कर दी जाएगी. सरकार इस संबंध में आधिकारिक अधिसूचना अंतिम समय में जारी करेगी.

इस छुट्टी से किसे क्या फायदा?

  • बच्चों और छात्रों को स्कूल से एक दिन की राहत
  • कामकाजी लोगों को वीकेंड के बाद एक ब्रेक
  • धार्मिक आयोजन में शामिल होने का अवसर
  • परिवारों को साथ समय बिताने का मौका
  • जो लोग वीकेंड के साथ इस छुट्टी को जोड़ना चाहते हैं, उनके लिए यह एक मिनी वेकेशन जैसा हो सकता है.

छुट्टी की स्थिति से पहले करें प्लानिंग

यदि आपके पास कोई जरूरी काम है, जैसे कि बैंकिंग, सरकारी कागजात या यात्रा योजना, तो 5 या 6 जुलाई तक ही निपटा लें. छुट्टी की अंतिम तिथि 6 और 7 जुलाई के बीच चंद्र दर्शन पर निर्भर होगी, इसलिए सरकारी पोर्टल और समाचार अपडेट्स पर नजर रखें.

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