कानपुर के बादशाहीनाका थाना क्षेत्र में रविवार को भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा के दौरान दो नवयुवक मंडलों के बीच विवाद, मारपीट और पथराव की घटना सामने आई है। स्थिति तनावपूर्ण हो गई थी, जिसे मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह नियंत्रित किया। इस हंगामे की घटना में दोनों पक्षों से कुल 42 लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है।
श्री दोसर वैश्य नवयुवक मंडल की ओर से दर्ज कराई गई एफआईआरमंडल के अध्यक्ष मनोज गुप्ता ने मामले में तीन लोगों को नामजद करते हुए और 25 अज्ञात लोगों के खिलाफ दंगा, डकैती, मारपीट और शांतिभंग की धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है। उन्होंने आरोप लगाया कि यात्रा के दौरान जानबूझकर रुकावट डाली गई और उनके मंडल पर हमला बोल दिया गया। घटना के दौरान पथराव, लाठी-डंडों से हमला और मंच पर तोड़फोड़ की गई।
दूसरे पक्ष ने भी दर्ज कराई शिकायतपुलिस के अनुसार, दूसरे पक्ष की ओर से भी शिकायत दर्ज कराई गई है, जिसमें रथयात्रा के दौरान उकसावे और हमले का आरोप लगाया गया है। इस आधार पर दोनों पक्षों से कुल 42 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर संभाला मामलाघटना की जानकारी मिलते ही थाना बादशाहीनाका की पुलिस, आला अधिकारी, और पीएसी के जवान मौके पर पहुंचे और स्थिति को काबू में किया। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हल्का बल प्रयोग भी करना पड़ा। फिलहाल क्षेत्र में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है और ड्रोन से निगरानी की जा रही है।
जांच में जुटी पुलिस, CCTV फुटेज खंगाले जा रहेथाना प्रभारी ने बताया कि घटना की विस्तृत जांच शुरू कर दी गई है। आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है, ताकि पथराव और हिंसा में शामिल लोगों की पहचान की जा सके। जांच के आधार पर गिरफ्तारियां भी जल्द शुरू की जाएंगी।
रथयात्रा की गरिमा को पहुंचा नुकसानस्थानीय नागरिकों और धार्मिक संगठनों ने इस घटना की कड़ी निंदा की है और मांग की है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में धार्मिक आयोजनों की पवित्रता और शांति बनी रहे।