पटना, 3 जुलाई (आईएएनएस)। बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने गुरुवार को बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स में आयोजित एक समारोह में 'सचित्र रामकथा' का विमोचन किया। यह पुस्तक बच्चों को मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के आदर्शों से जोड़ने का भावनात्मक प्रयास मानी जा रही है।
बताया गया कि 'सचित्र रामकथा' बच्चों के लिए विशेष रूप से तैयार की गई है। इसमें कुल 105 प्रसंगानुसार कहानियां प्रस्तुत की गई हैं। प्रत्येक कहानी को कथ्य के अनुसार, आकर्षक, कलात्मक और रंगीन चित्रों से सजाया गया है, जिससे बाल पाठकों को कथानक के साथ आत्मीय जुड़ाव हो सकेगा।
समारोह के बाद पत्रकारों से बातचीत में राज्यपाल ने पुस्तक की तारीफ करते हुए कहा कि अगर हम बच्चों को आकर्षित कर सकें कि वे एक आदर्श चरित्र के बारे में पढ़ें तो उसका उन पर असर पड़ता है। इससे उनका संस्कार बनता है और उससे हमारी संस्कृति का संरक्षण होता है।
इधर, पटना विश्वविद्यालय (पीयू) को पहली बार लॉटरी से प्राचार्य मिले हैं। दरअसल, यह फैसला राज्यपाल-सह-चांसलर आरिफ मोहम्मद खान के आदेश के बाद लिया गया, ताकि विश्वविद्यालयों में प्राचार्यों की नियुक्ति में किसी प्रकार की कोई गड़बड़ी न हो। इसे लेकर नाराजगी भी दिखाई दे रही है।
राज्यपाल ने कहा कि हर किसी को खुश और नाराज होने का अधिकार है। यह तरीका सर्वमान्य है , जिसे हमने अपनाया। उन्होंने कहा, "मैं कोई ऐसी संभावना नहीं छोड़ना चाहता जहां पर प्राचार्यों को पसंद और नापसंद से कॉलेज भेजने की बात हो। यहां किसी का कुछ नहीं है।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घाना के सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'द ऑफिसर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार ऑफ घाना' से सम्मानित किए जाने पर राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कई देशों में सम्मान मिले हैं। इससे देश की प्रतिष्ठा बढ़ी है।
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