शुभमन गिल का प्रदर्शन: जैसे ही शुभमन गिल को भारतीय टीम की कप्तानी सौंपी गई, उन्होंने अपने बल्ले से रनों की बौछार शुरू कर दी। इंग्लैंड दौरे पर लगातार रन बनाने वाले गिल ने एजबेस्टन में एक और उपलब्धि हासिल की है। इस टेस्ट मैच में उन्होंने पहले दोहरे शतक के बाद दूसरी पारी में भी शानदार शतक बनाया। चौथे दिन बल्लेबाजी करते हुए गिल ने अपनी दूसरी पारी में भी बेहतरीन प्रदर्शन किया और शतक पूरा किया। इसके साथ ही, वह एक टेस्ट मैच में दोहरा शतक और शतक लगाने वाले भारत के दूसरे और विश्व के नौवें बल्लेबाज बन गए हैं।
लीड्स टेस्ट में शतक के साथ अपने कप्तानी कार्यकाल की शुरुआत करने वाले शुभमन गिल ने एजबेस्टन में भी अपनी शानदार फॉर्म को जारी रखा। उन्होंने इस टेस्ट की पहली पारी में 269 रन बनाकर एक नया रिकॉर्ड स्थापित किया। वह टेस्ट क्रिकेट में सबसे बड़ी पारी खेलने वाले भारतीय कप्तान बन गए। यदि किसी को लगता था कि गिल का बल्ला दूसरी पारी में नहीं चलेगा, तो उन्होंने इस धारणा को गलत साबित करते हुए फिर से शतक जड़ दिया, जो कि बहुत कम बल्लेबाज कर पाते हैं।
इस टेस्ट के चौथे दिन, जब टीम इंडिया अपनी दूसरी पारी में उतरी, तो जल्दी ही उसका दूसरा विकेट गिर गया। कप्तान गिल ने मैदान में कदम रखा और अपनी बल्लेबाजी वहीं से शुरू की, जहां पहली पारी में छोड़ी थी। इंग्लैंड का कोई भी गेंदबाज गिल को परेशान नहीं कर सका, और उन्होंने 129 गेंदों में यादगार शतक पूरा किया। यह गिल का करियर का आठवां, इस सीरीज का तीसरा और इंग्लैंड के खिलाफ पांचवां टेस्ट शतक है।
गिल ने अपने शतक के साथ कुछ ऐसा कर दिखाया जो टेस्ट क्रिकेट के 150 साल के इतिहास में केवल 8 बार हुआ है। वह एक टेस्ट मैच में दोहरा शतक और शतक लगाने वाले दुनिया के नौवें बल्लेबाज बन गए हैं। खास बात यह है कि भारत की ओर से यह चमत्कार केवल दूसरी बार हुआ है। इससे पहले महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने 54 साल पहले 1971 में वेस्टइंडीज के खिलाफ ऐसा किया था।