हरियाणा वर्षा अलर्ट: हरियाणा में मौसम एक बार फिर करवट लेता दिख रहा है. 6 जुलाई से शुरू हुए बदलाव ने कई जिलों को अलर्ट मोड में ला दिया है. मौसम विभाग ने राज्य के 12 जिलों में तेज बारिश के आसार जताते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. इन जिलों में पलवल, फरीदाबाद, गुरुग्राम, सोनीपत, पानीपत, करनाल, यमुनानगर, जींद, कैथल, फतेहाबाद, कुरुक्षेत्र और अंबाला शामिल हैं.
भारत मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, हरियाणा में 10 जुलाई तक मौसम खराब रहने की संभावना है. इस दौरान तेज हवाएं, बिजली चमकने और गरज के साथ बारिश होने के संकेत मिले हैं. लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है, खासकर खुले स्थानों और यात्रा के दौरान.
बीते कुछ दिनों से हरियाणा में बारिश का स्तर बहुत कम रहा. इसके पीछे की वजह थी मानसून की हवाओं का दक्षिण दिशा की ओर चले जाना. इसकी वजह से प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में सूखा-सा माहौल बना रहा, जिससे खेती-बाड़ी और फसलें भी प्रभावित हो रही थीं.
अब मौसम में बदलाव की उम्मीद जताई जा रही है. चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ के अनुसार, अब मानसूनी हवाएं उत्तर दिशा की ओर लौट रही हैं, जिससे हरियाणा में बारिश की संभावनाएं बढ़ गई हैं.
डॉ. मदन खीचड़ ने बताया कि इन हवाओं की स्थिति अब श्रीगंगानगर (राजस्थान), भिवानी, आगरा (उत्तर प्रदेश), बांदा (यूपी), कोलकाता (पश्चिम बंगाल) होते हुए बंगाल की खाड़ी तक फैली हुई है. इस पूरे ट्रैक से नमी भरी हवाएं हरियाणा की ओर आ रही हैं, जो अगले कुछ दिनों में प्रदेश में अच्छी बारिश करवा सकती हैं.
बारिश की शुरुआत से पहले ही तापमान में थोड़ी गिरावट देखी जा रही है. इसके अलावा, हवा में लगातार नमी बनी हुई है, जिससे दिनभर उमस भरा मौसम बना रह सकता है. हालांकि, बारिश होने पर लोगों को कुछ राहत जरूर मिलेगी.
हरियाणा के किसान लंबे समय से अच्छी बारिश का इंतजार कर रहे थे, जो अब संभव होती नजर आ रही है. खासकर उन जिलों में जहां धान, कपास और बाजरा जैसी खरीफ फसलें लगाई जाती हैं, वहां अगले कुछ दिन फायदेमंद साबित हो सकते हैं.
ऑरेंज अलर्ट का मतलब है कि मौसम संबंधी खतरे की आशंका ज्यादा है और लोगों को सतर्क रहना चाहिए. यह अलर्ट दर्शाता है कि मौसम स्थितियां सामान्य से ज्यादा गंभीर हो सकती हैं, और प्रशासनिक एजेंसियों को भी तैयार रहना चाहिए.
मौसम विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि वे बेवजह घर से बाहर न निकलें, और यदि आवश्यक हो तो ताजा मौसम अपडेट देखकर ही यात्रा करें. साथ ही, कमजोर निर्माण वाले क्षेत्रों, बिजली के खंभों, और जलभराव वाले इलाकों से दूर रहें.
अगर बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी भरी हवाएं इसी तरह सक्रिय रहीं, तो आने वाले दिनों में हरियाणा में ज्यादा बारिश हो सकती है. इससे नदी-नालों का जलस्तर भी बढ़ सकता है, इसलिए निचले इलाकों में रहने वालों को विशेष सतर्कता बरतनी होगी.