भारी वर्षा चेतावनी: देश के कई हिस्सों में मानसून ने जोर पकड़ लिया है और इसकी सक्रियता अब तेज़ी से बढ़ती जा रही है. पिछले कुछ हफ्तों में जहां बारिश ने लोगों को भीषण गर्मी से राहत दी है, वहीं कई जगहों पर अत्यधिक वर्षा के चलते जनजीवन प्रभावित भी हो रहा है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 4 से 10 जुलाई 2025 तक कई राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. इस दौरान देश के उत्तर, दक्षिण, पश्चिम, पूर्व और उत्तरपूर्वी हिस्सों में तेज़ हवाओं, बिजली गिरने और तेज़ बारिश की संभावना जताई गई है.
राजस्थान के दोनों भागों – पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों में भी 4 से 10 जुलाई तक रुक-रुक कर बारिश होने की संभावना है. मौसम विभाग ने बताया है कि कई जिलों में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है. इससे किसानों को लाभ मिलेगा, लेकिन जलभराव और यातायात में बाधा की स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है.
पश्चिम भारत के राज्य जैसे महाराष्ट्र, गुजरात, गोवा, कोंकण और सौराष्ट्र में भी भारी वर्षा का अनुमान है. विभाग ने बताया कि इस क्षेत्र में आंधी, गरज और बिजली चमकने के साथ-साथ कई स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश दर्ज की जा सकती है. विशेषकर घाट क्षेत्रों में सतर्क रहने की आवश्यकता है.
दक्षिण भारत के कर्नाटक, केरल, तेलंगाना, तटीय आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, यनम और रायलसीमा में भी 4 से 10 जुलाई के बीच अच्छी बारिश का अनुमान है. कई क्षेत्रों में तेज़ हवाएं और हल्की से मध्यम बारिश, तो वहीं कुछ स्थानों पर भारी वर्षा के साथ वज्रपात भी हो सकता है.
अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भी 4 से 6 जुलाई तक भारी बारिश हो सकती है. इसके बाद 7 और 8 जुलाई को हल्की से मध्यम बारिश, और 9 व 10 जुलाई को फिर से तेज़ बारिश का सिलसिला शुरू हो सकता है. पहाड़ी और नदी किनारे के क्षेत्रों में सतर्कता आवश्यक है.
उत्तर पश्चिम भारत के राज्यों – हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर और उत्तर प्रदेश में भी भारी बारिश और तेज़ हवाओं का खतरा बना हुआ है. 4 से 10 जुलाई के बीच इन राज्यों में गरज-चमक और बिजली गिरने की घटनाएं हो सकती हैं. विभाग ने बर्फीले और पहाड़ी इलाकों में यात्रियों को विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी है.
बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, ओडिशा, मध्य प्रदेश, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में पूरे सप्ताह बारिश का दौर जारी रहेगा. कुछ दिन तेज वर्षा के साथ हवाएं चलेंगी, जबकि अन्य दिन हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है. किसानों के लिए यह मौसम अनुकूल हो सकता है, लेकिन बिजली और यातायात सेवाओं पर असर पड़ सकता है.
मौसम विभाग ने चेताया है कि जहां लगातार भारी बारिश होगी, वहां नदियों का जलस्तर बढ़ने, भूस्खलन और शहरी क्षेत्रों में जलभराव जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं. खासकर निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बन सकती है. प्रशासन को आपदा प्रबंधन तैयारियों को सक्रिय करने के निर्देश दिए गए हैं.
IMD ने आम जनता से अपील की है कि बिजली चमकने और तेज़ हवाओं के दौरान खुले स्थानों में न जाएं, पेड़ों के नीचे शरण न लें और यात्रा से पहले मौसम अपडेट चेक करें. किसानों को सलाह दी गई है कि वे फसल और खाद-बीज की सुरक्षा के लिए जरूरी कदम उठाएं.