क्या कहता है Crizac IPO GMP? निवेशकों को कितना हो सकता है मुनाफा? चेक करें डिटेल्स

Crizac कंपनी का इनिशियल पब्लिक ऑफर (IPO) 860 करोड़ रुपये का बुक बिल्डिंग इश्यू है, जो 2 जुलाई को खुल कर 4 जुलाई को बंद हुआ। शेयर अलॉटमेंट प्रोसेस अब अंतिम दौर में है और 9 जुलाई को कंपनी के शेयर बीएसई, एनएसई पर लिस्ट होने जा रहे हैं और निवेशकों की निगाह लिस्टिंग गेन पर लगी हुई है।
कितना है जीएमपी?इस आईपीओ का प्राइस बैंड 233 रुपये से 245 रुपये प्रति शेयर तय किया गया था। बाजार विश्लेषकों के अनुसार अनलिस्टेड मार्केट में Crizac IPO GMP 37 रुपये है जो कैप प्राइस की तुलना में 15.1 प्रतिशत अधिक है।
क्या होगी अनुमानित लिस्टिंग प्राइस?कैप प्राइस और वर्तमान जीएमपी के आधार पर क्रिज़ैक लिमिटेड आईपीओ की अनुमानित लिस्टिंग प्राइस 282 रुपये हो सकती है और निवेशकों को अच्छा मुनाफा हो सकता है। हालांकि जीएमपी एक संकेत मात्र है और तेजी से बदलाव के अधीन है।
कितना रहा है उच्चतम जीएमपी?इश्यू खुलने के एक दिन पहले जीएमपी 21 रुपये था, जो इश्यू खुलने वाले दिन 39 रुपये और इश्यू बंद होने वाले दिन 40 रुपये था। इसके अगले दिन जीएमपी 43 रुपये हो गया था, जो इस इश्यू का उच्चतम जीएमपी भी है। इसके बाद जीएमपी लगातार नीचे आया है।
कैसा रहा सब्सक्रिप्शन?क्रिज़ैक लिमिटेड आईपीओ को निवेशकों की ओर से बेहतरीन रिस्पॉन्स मिला और यह कुल मिलाकर 62.89 गुना सब्सक्राइब हो गया। इसे रिटेल कैटेगरी में 10.74 गुना, एनआईआई कैटेगरी में 80.07 गुना और क्यूआईबी कैटेगरी में 141.27 गुना सब्सक्रिप्शन मिला था।
अन्य विवरणCrizac Limited एक B2B एजुकेशन प्लेटफॉर्म है जो एजेंट्स और ग्लोबल यूनिवर्सिटी को इंटरनेशनल स्टूडेंट रिक्रूटमेंट सॉल्यूशन्स उपलब्ध कराती है। यह कंपनी मुख्य रूप से यूनाइटेड किंगडम, कनाडा, आयरलैंड, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में स्थित उच्च शिक्षण संस्थानों के साथ काम करती है।
पिछले तीन वित्तीय वर्षों में Crizac ने 7.11 लाख से अधिक स्टूडेंट एप्लिकेशन प्रोसेस किए हैं और 173 से अधिक ग्लोबल यूनिवर्सिटी के साथ साझेदारी की है। Crizac का मुख्यालय भारत में है, लेकिन इसका दूसरा प्रमुख परिचालन केंद्र लंदन, यूनाइटेड किंगडम में स्थित है।
इक्विरस कैपिटल प्राइवेट लिमिटेड, क्रिज़ैक आईपीओ का बुक-रनिंग लीड मैनेजर है। एमयूएफजी इनटाइम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (लिंक इनटाइम) इस इश्यू का रजिस्ट्रार है।
(अस्वीकरण: विशेषज्ञों द्वारा दी गई सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं। ये इकोनॉमिक टाइम्स हिन्दी के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।)