B. Ed या BTC क्या है फायदेमंद? जानिए दोनों में अंतर, प्राथमिक स्कूलों में सिर्फ बीटीसी को मान्यता
TV9 Bharatvarsh July 11, 2025 11:42 AM

शिक्षक की नौकरी हमेशा से ही एक प्रतिष्ठित नौकरी रही है. हालांकि सेलेक्शन की प्रक्रिया में जरूर बहुत सारे बदलाव हुए हैं. पहले शिक्षक बनने के लिए किसी खास कोर्स की जरूरत नहीं पड़ती थी, लेकिन अब इसके लिए बीएड की डिग्री अनिवार्य हो गई है. वैसे शिक्षक बनने के लिए और भी कई कोर्स होते हैं, जिसमें बीटीसी भी शामिल हैं. बीएड और बीटीसी दोनों ही शिक्षा के क्षेत्र में करियर बनाने के लिए जरूरी कोर्स हैं, लेकिन इनका उपयोग और मान्यता अलग-अलग स्तर के स्कूलों में होती है. आइए जानते हैं कि इन दोनों में क्या फायदेमंद है और दोनों में आखिर क्या अंतर है?

उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे राज्यों में सरकारी प्राथमिक स्कूलों (कक्षा 1-5) में शिक्षक बनने के लिए सिर्फ बीटीसी ही मान्य है, जिसे डीएलएड (D.El.Ed) के नाम से जाना जाता है. बीएड वालों को प्राथमिक स्कूलों के लिए तब तक पात्र नहीं माना जाता जब तक सरकार इसकी अनुमति न दे. हालांकि कुछ समय पहले कोर्ट और केंद्र सरकार के निर्देशों पर कुछ छूट दी गई थी, लेकिन आमतौर पर प्राथमिक विद्यालयों के लिए BTC/D.El.Ed ही मानक योग्यता मानी जाती है.

B. Ed और BTC में अंतर

बैचलर ऑफ एजुकेशन यानी बीएड एक डिग्री कोर्स है, जिसे करने के बाद आप माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूलों में पढ़ाने के योग्य हो जाते हैं, जबकि बेसिक ट्रेनिंग सर्टिफिकेट (BTC) या डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन (D.El.Ed) एक डिप्लोमा कोर्स है, जिसके माध्यम से आप प्राथमिक स्कूलों में पढ़ाने के योग्य हो जाते हैं.

B.Ed vs BTC: कौन किसके लिए फायदेमंद? B.Ed BTC (अब D.El.Ed)
अवधि 2 साल (ग्रेजुएशन के बाद) 2 साल (12वीं के बाद या ग्रेजुएशन के बाद)
पात्रता ग्रेजुएशन न्यूनतम 50% अंकों के साथ 12वीं पास/ग्रेजुएशन
उद्देश्य माध्यमिक और उच्च माध्यमिक कक्षाओं (6 से 12वीं) के लिए शिक्षक बनना प्राथमिक (कक्षा 1 से 5) और उच्च प्राथमिक (कक्षा 6 से 8) शिक्षक बनना
मान्यता NCTE और कई राज्यों में मान्य, TGT/PGT के लिए ज़रूरी NCTE और राज्य सरकार द्वारा प्राथमिक शिक्षक भर्ती में मान्य
सरकारी प्राथमिक स्कूलों में वैधता अमान्य (कई राज्यों में B.Ed को प्राथमिक शिक्षण के लिए नहीं माना जाता) मान्य (UP और अन्य राज्यों में प्राथमिक शिक्षक बनने के लिए BTC/D.El.Ed अनिवार्य है)
प्रवेश परीक्षा राज्य/राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा अक्सर राज्य स्तरीय परीक्षा (जैसे UP D.El.Ed एंट्रेंस)
प्राथमिक स्कूलों में BTC को प्राथमिकता क्यों?

सुप्रीम कोर्ट के फैसले के मुताबिक, प्राथमिक स्कूलों में शिक्षक भर्ती के लिए बीटीसी (BTC) वालों को प्राथमिकता दी जाती है, क्योंकि बीटीसी को विशेष रूप से प्राथमिक शिक्षा को ध्यान में रखते हुए ही डिजाइन किया गया है. बीएड (B.Ed) वालों को प्राथमिक शिक्षक बनने के लिए भले ही अतिरिक्त प्रशिक्षण की जरूरत पड़े, लेकिन बीटीसी वाले सीधे तौर पर प्राथमिक शिक्षक बन सकते हैं.

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