जुलाई के पहले हफ्ते की गर्मी और उमस के बाद अब मानसून ने एक बार फिर पूरी ताकत से दस्तक दी है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के ताजा अलर्ट के मुताबिक, अगले 5 से 7 दिन देश के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश देखने को मिल सकती है.
उत्तर-पश्चिम भारत से लेकर मध्य और पूर्वी राज्यों में तेज बारिश, गरज-चमक, बिजली गिरने और तेज हवाओं के साथ मौसम अस्थिर रहेगा. पहाड़ी इलाकों में लैंडस्लाइड का खतरा भी बना हुआ है. आइए जानते हैं कि किस राज्य में कैसा रहेगा मौसम.
उत्तर भारत में जोरदार बारिश
उत्तर भारत में मानसून पूरी तरह सक्रिय हो चुका है. हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बारिश की रफ्तार तेज होती जा रही है. 10 से लेकर 16 जुलाई तक दोनों राज्यों में रोजाना हल्की से लेकर भारी बारिश की संभावना है. 11 जुलाई को हिमाचल, जम्मू, पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बहुत भारी बारिश हो सकती है, जिससे पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन और सड़क बंद होने की संभावना बढ़ गई है. उत्तराखंड में 13 जुलाई को खासतौर पर बहुत तेज बारिश का अनुमान है.
पंजाब, हरियाणा में 11 और 16 जुलाई को भारी बारिश हो सकती है, जिससे शहरी इलाकों में जलभराव और ट्रैफिक जाम जैसी स्थितियां बन सकती हैं. वहीं जम्मू-कश्मीर में 10 जुलाई और फिर 14 से 16 जुलाई के बीच मौसम काफी बिगड़ सकता है. यहां भी बादल फटने और नदियों में उफान आने का खतरा बना हुआ है.
उत्तर प्रदेश के भी हालात सामान्य नहीं रहेंगे. पश्चिमी यूपी में 11 से 13 जुलाई तक और पूर्वी यूपी में 11 से 12 जुलाई तक लगातार बारिश का सिलसिला चलेगा. इससे किसानों को राहत तो मिलेगी, लेकिन बिजली गिरने और जलभराव जैसी दिक्कतों के प्रति सतर्क रहना जरूरी है.
राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी मौसम का रुख टेढ़ा
राजस्थान के दोनों हिस्सों पूर्व और पश्चिम में बारिश का प्रकोप दिखेगा. पूर्वी राजस्थान में 11 से 14 जुलाई तक बारिश का असर दिखेगा, वहीं पश्चिमी राजस्थान में 12 से 16 जुलाई तक बारिश जारी रह सकती है. खास बात यह है कि 14 जुलाई को पश्चिम राजस्थान में बहुत भारी बारिश की संभावना है, जिससे सूखे इलाकों में अचानक जलभराव जैसी स्थिति बन सकती है.
मध्य प्रदेश की बात करें तो बारिश यहां पूरे हफ्ते मेहरबान रहेगी. पूर्वी एमपी में 11 से 12 जुलाई तक भारी बारिश हो सकती है, जबकि पश्चिमी एमपी में 11 से 14 जुलाई के बीच तेज बारिश का दौर चलेगा. किसानों को सलाह दी गई है कि वे खेतों में जलनिकासी की उचित व्यवस्था करें, ताकि पानी रुकने से फसल को नुकसान न हो.
छत्तीसगढ़ में भी 11 से 14 जुलाई तक बारिश का दौर जारी रहेगा. गरज-चमक के साथ बारिश और बिजली गिरने की संभावना जताई गई है. ग्रामीण इलाकों में कच्चे मकानों में रहने वाले लोग खास सतर्क रहें.
झारखंड, ओडिशा और बंगाल भी रहेंगे बारिश की चपेट में
पूर्वी भारत में भी मौसम का मिजाज गड़बड़ा गया है. झारखंड में 11 से 14 जुलाई तक अच्छी बारिश का अनुमान है. साथ ही 30 से 40 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की भी संभावना है.
ओडिशा में 11 जुलाई और फिर 13 से 15 जुलाई तक भारी बारिश हो सकती है. इस दौरान नदियों के जलस्तर में वृद्धि और निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बन सकती है. वहीं पश्चिम बंगाल में दो हिस्सों में अलग-अलग समय पर बारिश होगी. सब-हिमालयन पश्चिम बंगाल और सिक्किम में 13 से 16 जुलाई तक बारिश जारी रहेगी, जबकि गंगीय बंगाल में 14 जुलाई को तेज बारिश की संभावना है.
गुजरात, महाराष्ट्र और गोवा में बारिश की लहर
पश्चिमी भारत के राज्यों में भी मानसून की धार देखी जा रही है. गुजरात क्षेत्र में 12 से 16 जुलाई तक कई इलाकों में भारी बारिश हो सकती है. सौराष्ट्र और कच्छ में 13 जुलाई को मौसम सबसे ज्यादा प्रभावित रहेगा.
कोकण और गोवा जैसे समुद्री इलाकों में 13 और 14 जुलाई को भारी बारिश की चेतावनी है. वहीं मध्य महाराष्ट्र के घाट क्षेत्रों में 10, 13 और 14 जुलाई को भारी वर्षा दर्ज की जा सकती है. स्थानीय प्रशासन ने इन इलाकों में लोगों को सतर्क रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी है.
पूर्वोत्तर भारत की नदियां भी उफान पर होंगी
पूर्वोत्तर भारत के राज्यों में भी मानसून सक्रिय है. अरुणाचल प्रदेश में 11 से 16 जुलाई तक बारिश का दौर चलेगा. यहां पहाड़ों में भूस्खलन का खतरा बना हुआ है. असम और मेघालय में 12 से 16 जुलाई तक तेज बारिश की संभावना है, जिससे ब्रह्मपुत्र और उसकी सहायक नदियों का जलस्तर बढ़ सकता है.
मिजोरम और त्रिपुरा में 10 जुलाई और फिर 13 से 16 जुलाई के बीच बारिश का दौर बना रहेगा. यहां कुछ जिलों में भारी बारिश के साथ बिजली गिरने की भी चेतावनी दी गई है.
दक्षिण भारत में फिर से सक्रिय हुआ मानसून
दक्षिण भारत में केरल और कर्नाटक में फिर से मानसून सक्रिय हो गया है. केरल में 12 से 16 जुलाई के बीच भारी बारिश की संभावना है. मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है. तटीय कर्नाटक में 11 जुलाई को अच्छी बारिश हो सकती है. इस दौरान 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं भी चलेंगी.
तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, रायलसीमा और लक्षद्वीप में भी अगले एक हफ्ते तक हल्की से मध्यम बारिश जारी रहने की संभावना है. हालांकि इन इलाकों में मौसम उतना उग्र नहीं होगा, लेकिन गरज-चमक और तेज हवाएं लोगों को परेशानी में डाल सकती हैं.
मॉनसून ट्रफ की स्थिति से बढ़ा खतरा
इस समय देशभर में मॉनसून ट्रफ रेखा सूरतगढ़, भिवानी, अलीगढ़, बांदा, डाल्टनगंज, दक्षिण झारखंड, दीघा होते हुए बंगाल की खाड़ी तक फैली हुई है. यह ट्रफ बारिश को लगातार बनाए हुए है, जिससे अधिकांश राज्यों में मौसम बिगड़ा हुआ है.