अमेरिका के साथ व्यापार वार्ता पर जारी अनिश्चिता का शेयर बाजार पर दिख रहा दबाव
भारतीय शेयर बाजार पर अमेरिका द्वारा लागू की जा रही नई टैरिफ दरों और व्यापार वार्ता की जटिलताओं का प्रभाव स्पष्ट रूप से देखा जा रहा है। एशिया और यूरोप के बाजारों में तेजी के बावजूद, भारतीय शेयर बाजार लगातार दबाव में है। इस कारण, शुक्रवार को समाप्त हुए कारोबारी सप्ताह में यह लगातार तीसरे सप्ताह गिरावट के साथ बंद हुआ।
विदेशी पूंजी की निकासी और वित्तीय, आईटी, तथा तेल एवं गैस शेयरों में भारी बिकवाली के चलते सेंसेक्स में 721 अंक की गिरावट आई। शुक्रवार को बेंचमार्क सेंसेक्स और निफ्टी में लगभग एक प्रतिशत की कमी दर्ज की गई। 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 721.08 अंक या 0.88 प्रतिशत गिरकर 81,463.09 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 786.48 अंक या 0.95 प्रतिशत गिरकर 81,397.69 पर पहुंच गया। वहीं, 50 शेयरों वाला एनएसई निफ्टी 225.10 अंक या 0.90 प्रतिशत गिरकर 24,837.00 पर बंद हुआ।
सेंसेक्स की कंपनियों में बजाज फाइनेंस के शेयरों में जून तिमाही के नतीजों के बाद 4.73 प्रतिशत की गिरावट आई। पावर ग्रिड, इंफोसिस, टेक महिंद्रा, बजाज फिनसर्व, ट्रेंट, टाटा मोटर्स, एनटीपीसी और अदानी पोर्ट्स भी गिरावट में रहे। हालांकि, सन फार्मा और भारती एयरटेल के शेयरों में लाभ देखने को मिला।
भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 18 जुलाई को समाप्त सप्ताह में 1.183 अरब डॉलर घटकर 695.489 अरब डॉलर रह गया। भारतीय रिजर्व बैंक ने यह जानकारी दी है। इससे पहले के सप्ताह में, कुल भंडार 3.064 अरब डॉलर घटकर 696.672 अरब डॉलर रह गया था। आरबीआई के आंकड़ों के अनुसार, 18 जुलाई को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार का एक प्रमुख घटक विदेशी मुद्रा आस्तियां 1.201 अरब डॉलर घटकर 587.609 अरब डॉलर रह गईं।