श्रीजी शिपिंग ग्लोबल IPO की धमाकेदार एंट्री, इश्यू खुलने से पहले एंकर इन्वेस्टर्स से जुटाए 123 करोड़ रुपये

श्रीजी शिपिंग ग्लोबल लिमिटेड, जो ड्राई बल्क कार्गो के लिए शिपिंग और लॉजिस्टिक्स समाधान प्रदान करती है, ने अपने आईपीओ से पहले एंकर निवेशकों से जबरदस्त रिस्पॉन्स हासिल किया है। कंपनी ने सोमवार को 123.2 करोड़ रुपये से अधिक की राशि एंकर निवेशकों से जुटाई। इस राउंड में बैंक ऑफ इंडिया म्यूचुअल फंड (एमएफ), मॉर्गन स्टेनली एशिया (सिंगापुर) प्राइवेट लिमिटेड, बीएनपी पारिबा फाइनेंशियल मार्केट - ओडीआई, अर्थ एआईएफ ग्रोथ फंड, विनी ग्रोथ फंड, खंडेलवाल फाइनेंस, गोल्डन इक्विटी फंड सीरीज I, एसबी ऑपर्च्युनिटीज फंड II, इनविक्टा कॉन्टिनम फंड I और राजस्थान ग्लोबल सिक्योरिटीज जैसे बड़े नाम शामिल थे।
एंकर इन्वेस्टमेंट की डिटेल्सबीएसई पर अपलोड सर्कुलर के अनुसार, कंपनी ने 48.89 लाख इक्विटी शेयर 15 अलग-अलग फंड्स को 252 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से अलॉट किए। इस डील का कुल आकार 123.2 करोड़ रहा। यह कदम पब्लिक सब्सक्रिप्शन से पहले निवेशकों का भरोसा मजबूत करने वाला माना जा रहा है।
आईपीओ की संरचना और फंड जुटाने की योजनाश्रीजी शिपिंग ग्लोबल का यह आईपीओ पूरी तरह से फ्रेश इश्यू है, जिसमें 1.63 करोड़ इक्विटी शेयर शामिल होंगे। ऑफर फॉर सेल (OFS) का कोई कॉम्पोनेंट इसमें नहीं है। प्राइस बैंड 240 से 252 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है। ऊपरी स्तर पर कंपनी को 411 करोड़ रुपये जुटाने की उम्मीद है। यह इश्यू 19 अगस्त से 21 अगस्त तक सब्सक्रिप्शन के लिए खुला रहेगा।
जुटाए गए फंड का इस्तेमालकंपनी 251.2 करोड़ रुपये का इस्तेमाल सेकेंडरी मार्केट में सुपरमैक्स कैटेगरी के ड्राई बल्क कैरियर्स खरीदने के लिए करेगी। इसके अलावा, लगभग 23 करोड़ रुपये का इस्तेमाल कर्ज चुकाने में किया जाएगा। बाकी राशि का उपयोग सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों और विस्तार योजनाओं में होगा।
कंपनी का बिजनेस और विस्तार रणनीतिजामनगर स्थित श्रीजी ग्रुप की प्रमुख कंपनी श्रीजी शिपिंग ग्लोबल मुख्य रूप से नॉन-मेजर पोर्ट्स और जेटीज़ पर काम करती है, खासकर भारत के पश्चिमी तट पर। कंपनी ड्राई बल्क कार्गो शिपिंग में विशेषज्ञता रखती है और आने वाले समय में अपना फ्लीट बढ़ाने की दिशा में काम कर रही है।
इंडस्ट्री आउटलुक और विकास के अवसरडी एंड बी रिपोर्ट के अनुसार, भारत में पोर्ट्स पर कार्गो हैंडलिंग FY24 के 1540 मिलियन मीट्रिक टन से बढ़कर FY30 तक 2849 मिलियन मीट्रिक टन तक पहुंच सकती है, यानी 10.8 प्रतिशत की वार्षिक दर से वृद्धि। गुजरात के पोर्ट्स और भी तेज गति से बढ़ने की संभावना है, जहां कार्गो FY24 के 317.20 MMT से बढ़कर FY30 तक 720 MMT तक पहुंच सकता है। यह 17.5 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि दर को दर्शाता है।
भारत की लंबी समुद्री सीमा है जिसमें 12 मेजर पोर्ट्स और 217 माइनर पोर्ट्स शामिल हैं। इनमें से 78 नॉन-मेजर पोर्ट्स कार्गो हैंडल करते हैं, जबकि अन्य मछली पकड़ने के लिए इस्तेमाल होते हैं। यह परिदृश्य श्रीजी शिपिंग ग्लोबल जैसी कंपनियों के लिए बड़े अवसर पैदा करता है।
लीड मैनेजर्स और लिस्टिंग डेटबीलाइन कैपिटल एडवाइजर्स प्राइवेट लिमिटेड और एलारा कैपिटल (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड श्रीजी शिपिंग के पब्लिक इश्यू के बुक-रनिंग लीड मैनेजर हैं। कंपनी के शेयरों की लिस्टिंग 26 अगस्त से स्टॉक एक्सचेंजों पर होने की संभावना है।
(अस्वीकरण: विशेषज्ञों द्वारा दी गई सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं। ये इकोनॉमिक टाइम्स हिन्दी के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।)