राजस्थान पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा 2025 का आयोजन राज्यभर में शांतिपूर्वक और सफलतापूर्वक संपन्न हो गया। दो दिन चली इस परीक्षा में राज्य के लाखों युवा अभ्यर्थियों ने अपने सपनों को हकीकत में बदलने के लिए परीक्षा दी। परीक्षा में कुल 5.24 लाख से अधिक आवेदन प्राप्त हुए थे, जिनमें से लगभग 3.76 लाख अभ्यर्थी उपस्थित रहे, जिससे उपस्थिति दर 72% से अधिक दर्ज की गई।
21 जिलों में बनाए गए परीक्षा केंद्र, दो पारियों में आयोजित हुई परीक्षा
राजस्थान पुलिस मुख्यालय के एडीजी (भर्ती एवं पदोन्नति बोर्ड) बिपिन कुमार पांडेय ने जानकारी दी कि परीक्षा 13 और 14 सितंबर को प्रदेश के 21 जिलों में दो पारियों में कराई गई।
रविवार 14 सितंबर को आयोजित परीक्षा में 582 परीक्षा केंद्रों पर सुबह 10 से 12 बजे तक और फिर दोपहर 3 से 5 बजे तक 580 केंद्रों पर अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। कुल मिलाकर तीन लाख से अधिक उम्मीदवारों ने इस दिन परीक्षा में भाग लिया।
दूरसंचार कांस्टेबल पदों पर भी हुआ परीक्षा आयोजन
पहले दिन यानी 13 सितंबर को पुलिस दूरसंचार कांस्टेबल (आईटी) और चालक पदों के लिए लिखित परीक्षा हुई। यह परीक्षा प्रदेश के 9 जिलों में 280 केंद्रों पर आयोजित की गई, जिसमें 1,05,846 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। इनमें से 76,800 से अधिक अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। इन पदों के लिए भी उपस्थिति दर 72% के करीब रही।
10 हजार पदों पर भर्ती, 33% आरक्षण महिलाओं को
राजस्थान पुलिस इस भर्ती प्रक्रिया के तहत कुल 10,000 पदों पर कांस्टेबलों की नियुक्ति करने जा रही है। इनमें कांस्टेबल सामान्य (नॉन टीएसपी) के 8512, टीएसपी क्षेत्र के 867, चालक के 550, कांस्टेबल बैण्ड के 71 और दूरसंचार (आईटी) के 1469 पद शामिल हैं।
इस बार पहली बार महिलाओं के लिए 33% पद आरक्षित किए गए हैं, जिनमें नवसृजित आरएसी महिला बटालियन – अमृता देवी, कालीबाई और पदमनी देवी बटालियन के कुल 1500 पद शामिल हैं।
बैंड कांस्टेबल पद के लिए नहीं हुई लिखित परीक्षा
विशेष जानकारी के अनुसार, कांस्टेबल (बैंड) पद के लिए किसी भी तरह की लिखित परीक्षा का प्रावधान नहीं रखा गया है। इन पदों के लिए अलग से प्रक्रिया अपनाई जाएगी।
परिणाम जल्द, दिसंबर के बाद नियुक्तियों का लक्ष्य
एडीजी बिपिन पांडेय के अनुसार, विभाग का प्रयास है कि अभ्यर्थियों से आपत्तियां मंगवाने के बाद जल्दी ही परिणाम घोषित किया जाए। अगर सब कुछ योजना के मुताबिक चलता है, तो 15 दिसंबर 2025 के बाद चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र सौंप दिए जाएंगे। इसके बाद वर्ष 2026 की शुरुआत से प्रशिक्षण प्रक्रिया शुरू करने का लक्ष्य तय किया गया है।
फर्जीवाड़े की कोशिश, एक युवक पकड़ा गया
जयपुर में एक परीक्षा केंद्र पर उस समय हड़कंप मच गया जब एक युवक की बायोमैट्रिक जांच में गड़बड़ी पाई गई। जांच के बाद सामने आया कि आरोपी पहले अपने भतीजे की जगह डमी कैंडिडेट बनकर परीक्षा में बैठ चुका था और अब खुद परीक्षा देने आया था। पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।