अमेरिका ने भारत पर 50 फीसदी टैरिफ लगाया. चीन और यूएस के बीच ट्रेड ने ना सिर्फ भारत को नुकसान पहुंचाया बल्कि पूरी दुनिया की सप्लाई चेन को प्रभावित किया. इसी का तोड़ निकालने के लिए भारत ने 24 देशों के साथ डील की और देश के लिए नए बाजारों को भी खोजा. बीते 6 महीने में भारत को जो नुकसान ट्रेड टैरिफ और चीन की वजह से हुआ. उसकी भरपाई भारत ने इन 24 देशों से करने की कोशिश की है. भारत सरकार ने एक ऐसा डाटा सामने रखा है, जिससे चीन और अमेरिका दोनों की नींद उड़ सकती है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर वो 24 देश कौन से है और इन देशों के साथ भारत का कितना कारोबार हुआ है.
इन 24 देशों के साथ बढ़ा कारोबारचालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में भारतीय निर्यातकों ने 24 देशों को किए गए निर्यात में सकारात्मक वृद्धि दर्ज की है. इन 24 देशों में कोरिया, संयुक्त अरब अमीरात, जर्मनी, टोगो, मिस्र, वियतनाम, इराक, मैक्सिको, रूस, केन्या, नाइजीरिया, कनाडा, पोलैंड, श्रीलंका, ओमान, थाईलैंड, बांग्लादेश, ब्राजील, बेल्जियम, इटली और तंजानिया शामिल हैं. दूसरी ओर अमेरिका को निर्यात में गिरावट देखने को मिली, जो मुख्य रूप से सितंबर में वाशिंगटन द्वारा लगाए गए उच्च शुल्कों के कारण हुई.
कितना हुआ निर्यात?एक अधिकारी ने कहा कि इन 24 देशों में वित्त 2025-26 की पहली छमाही (अप्रैल से सितंबर) के दौरान कुल 129.3 अरब डॉलर का निर्यात हुआ, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि की तुलना में सकारात्मक वृद्धि दर्शाता है. यह भारत के कुल निर्यात का 59 प्रतिशत है. इस वर्ष अप्रैल-सितंबर के दौरान निर्यात 3.02 प्रतिशत बढ़कर 220.12 अरब डॉलर हो गया, तथा आयात 4.53 प्रतिशत बढ़कर 375.11 अरब डॉलर हो गया, जिससे व्यापार घाटा 154.99 अरब डॉलर रह गया. वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, चालू वित्त वर्ष के पहले छह महीनों के दौरान 16 देशों को भारत के निर्यात में नकारात्मक वृद्धि दर्ज की गई है. इन देशों का देश के निर्यात में लगभग 27 प्रतिशत (60.3 अरब डॉलर) योगदान है.
इन देशों की ओर बढ़ा भारत का फोकसएक निर्यातक ने कहा कि अमेरिका द्वारा भारतीय वस्तुओं पर लगाए गए 50 प्रतिशत के व्यापक टैरिफ से अमेरिका को निर्यात प्रभावित हो रहा है, लेकिन निर्यातक समुदाय अफ्रीका, लैटिन अमेरिका और मध्य पूर्व सहित अन्य भौगोलिक क्षेत्रों में निर्यात को बढ़ावा दे रहा है. निर्यातक ने कहा कि आने वाले महीनों में भी यह रुझान जारी रहेगा. आंकड़ों के अनुसार, वाशिंगटन द्वारा लगाए गए हाई टैरिफ के कारण सितंबर में भारत का अमेरिका को व्यापारिक निर्यात 11.93 प्रतिशत घटकर 5.46 अरब अमेरिकी डॉलर रह गया.
अमेरिका के साथ ट्रेड स्टेटसआंकड़ों के अनुसार, इस वित्त वर्ष की अप्रैल-सितंबर अवधि के दौरान, अमेरिका को देश का निर्यात 13.37 प्रतिशत बढ़कर 45.82 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया, जबकि आयात 9 प्रतिशत बढ़कर 25.6 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया. अमेरिका ने 27 अगस्त से अमेरिकी बाजारों में प्रवेश करने वाले भारतीय सामानों पर 50 प्रतिशत का व्यापक टैरिफ लगा दिया है. दोनों देश द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ावा देने के लिए एक द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर बातचीत कर रहे हैं. 2024-25 में अमेरिका भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार होगा.