गोवर्धन पर बनने वाले अन्नकूट के कितने हैं सेहत को फायदे, एक्सपर्ट से जानें
TV9 Bharatvarsh October 22, 2025 03:42 PM

गोवर्धन पर्व हर साल दिवाली के बाद प्रतिपदा तिथि को सेलिब्रेट किया जाता है. इस दिन का धार्मिक महत्व होने के साथ ही ये पर्व प्रकृति से भी जुड़ा हुआ है, क्योंकि इस पूजा में सीजनल चीजें अर्पित की जाती हैं और गौ माता, गिरिराज गोवर्धन (जिससे पशुओं के लिए चारा के अलावा फल, फूल, सब्जियां मिलते थे) की पूजा होती है.ये दिन भगवान श्रीकृष्ण की आराधना का भी होता है, क्योंकि उन्होंने गोवर्धन पर्वत को अपनी उंगली पर उठाकर विशाल छत बनाई थी ताकि भारी बरसात से ब्रजवासियों की रक्षा हो सके. गोवर्धन पूजा प्रकृति के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का दिन होता है, इसलिए इस दिन अन्नकूट बनाया जाता है, जो सिर्फ एक भोग नहीं है, बल्कि आपकी सेहत के लिए किसी वरदान से कम नहीं है.

गोवर्धन पूजा में बनने वाले अन्नकूट में हरी मिर्च, हरी मेथी, बैंगन, गाजर, मूली, टिंडे, अरबी, भिंडी, परवल, शिमला मिर्च, लौकी, कच्चा केला, सैगरी, सेम, फूल गोभी, कद्दू (पंपकिन), टमाटर, बाजरा राजमा, काला चना, जैसी सब्जियां और साबुत अनाज इस्तेमाल होते हैं. इस वजह से ये कई पोषक तत्वों का खजाना होता है. एक्सपर्ट ने इसके कई फायदे गिनाए हैं.

अन्नकूट है पोषक तत्वों का खजाना

होलिस्टिक डायटिशियन और इंटेरोगेटिव थेरेप्यूटिक्स न्यूट्रिशनिस्ट डॉक्टर गीतिका चोपड़ा गोवर्धन पूजा पर बनने वाले अन्नकूट के बारे में कहती हैं कि अन्नकूट हमारी परंपरा का एक सुंदर प्रतीक है, जहां भक्ति और सेहत साथ में मिल जाते हैं. इस रेसिपी में एक ही पॉट में 20 से ज्यादा सब्जियां और अनाज आ जाते हैं, यही इस रेसिपी का वेलनेस सीक्रेट है.

ये नेचुरल डिटॉक्स है

एक्सपर्ट कहती हैं कि अन्नकूट में इसमें मूली, मेथी और लौकी भी एड की जाती हैं जो आपके लिवर, किडनी को क्लींज करके टॉक्सिन्स को फ्लश आउट करते हैं. दिवाली के फेस्टिवल में हेवीनेस, ब्लोटिंग हो जाती है, इसलिए गोवर्धन पर अन्नकूट खाना और भी ज्यादा फायदेमंद रहता है.

डाइजेशन और प्रोटीन

अन्नकूट में डाली जाने वाली सब्जियां कद्दू, सेम, अरबी और भिंडी ये फाइबर रिच हैं, जिससे आपकी गट हल्की रहती है और डाइजेशन इंप्रूव होता है.अन्नकूट का सेवन शरीर में प्रोटीन को बूस्ट करता है, क्योंकि राजमा, काला, चना और बाजरा. इनमें हाई प्रोटीन और कॉम्पलेक्स कार्ब्स होते हैं, जो एनर्जी को बूस्ट करते हैं, जिससे लंबे समय तक थकान नहीं होती है.

माइंड और बॉडी बैलेंस

एक्सपर्ट कहती हैं कि अन्नकूट खाने का चौथा फायदा है कि माइंड और बॉडी का बैलेंस बनाने में हेल्प करती है, क्योंकि ये सात्विक रेसिपी होती है. इसमें बहुत ज्यादा ऑयल और लहसुन, प्याज जैसी चीजें इस्तेमाल नहीं होती हैं, इसलिए ये डाइजेशन के साथ ही आपके मूड को भी इंप्रूव करता है.

इम्यूनिटी और ग्लो

टमाटर, गाजर और फूल गोभी, शिमला मिर्च, विटामिन सी समेत कई एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं, इसलिए ये आपकी स्किन के ग्लो, हाइड्रेशन को इंप्रूव करने के साथ ही इम्यूनिटी को भी बूस्ट करते हैं.

फेस्टिवल रीसेट मील

अन्नकूट एक बेहतरीन फेस्टिव रीसेट फॉर्मूला है, क्योंकि दिवाली के दौरान बॉडी में काफी हैवीनेस हो जाती है और अन्नकूट एक सिंपल न्यूट्रिशन फूड है जो आपकी सोल को भी सैटिस्फाइड करता है और ये सिर्फ एक भोग नहीं बल्कि एक आयुर्वेद वेलनेस रिच्युअल है. इसकी हर एक बाइट में ग्रैटीट्यूड है, बैलेंस है न्यूट्रिशन है, और यही हमारे भारतीय त्योहारों का असली वेलनेस मैजिक होता है.

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