चक्रवाती तूफान ‘मोन्था’ की ताजा स्थिति और चेतावनी (27 अक्टूबर 2025)
दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी में बना डीप डिप्रेशन अब और मजबूत होकर आज, 27 अक्टूबर 2025 (सोमवार) को एक खतरनाक चक्रवाती तूफान ‘मोन्था’ (Cyclone Montha) में तब्दील होने वाला है। मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, यह तूफान फिलहाल गुजरात की ओर जाने के बजाय दक्षिण भारत के तटों की ओर कर्व ले रहा है।
- तूफान का केंद्र: आज सुबह तूफान का केंद्र चेन्नई (तमिलनाडु) से लगभग 600 किलोमीटर दूर पूर्व-दक्षिणपूर्व में केंद्रित था।
- वर्तमान गति: पिछले 3 घंटे में ‘मोन्था’ 16 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर बढ़ा है।
- आगामी 12 घंटे: अगले 12 घंटों में तूफान दक्षिण-पश्चिम और उससे सटे पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी में पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ सकता है।
कब और कहां होगा ‘मोन्था’ का लैंडफॉल?
‘मोन्था’ के मंगलवार को चरम पर पहुंचने का अनुमान है, जिसके बाद वह तट से टकराएगा।
- भीषण तूफान: 28 अक्टूबर (मंगलवार) की सुबह तक यह एक भीषण चक्रवाती तूफान (Severe Cyclonic Storm) में बदल सकता है।
- लैंडफॉल की आशंका: यह तूफान 28 अक्टूबर की शाम या रात को मछलीपट्टनम और कलिंगपट्टनम के बीच, काकीनाडा (Kakinada) के आसपास आंध्र प्रदेश के तट से टकरा सकता है।
- हवाओं की गति: लैंडफॉल के समय हवाओं की गति 90 से लेकर 110 किलोमीटर प्रति घंटा तक रहने का अनुमान है, जो भारी तबाही मचा सकती है।
इन 3 राज्यों में ‘रेड अलर्ट’ और अन्य राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी
चक्रवात ‘मोन्था’ के खतरे को देखते हुए तटीय इलाकों में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है, जबकि देश के कई हिस्सों में भारी बारिश की आशंका है:
साइक्लोन से निपटने की राज्यों की तैयारी
1. आंध्र प्रदेश में तैयारी:
- रेड अलर्ट जारी: श्रीकाकुलम, विजयनगरम, काकीनाडा समेत सभी तटीय जिलों में हाई अलर्ट।
- इलाके खाली कराए: मछलीपट्टनम और कलिंगपट्टनम जैसे तटीय इलाकों को पूरी तरह खाली करा दिया गया है।
- बचाव आश्रय: लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए साइक्लोन शेल्टर्स तैयार कर उन्हें शिफ्ट किया जा रहा है।
- आपातकालीन आपूर्ति: समुद्र किनारे बसे शहरों में पानी, दूध और सब्जियों की आपूर्ति सुनिश्चित की गई है।
- मछुआरों को चेतावनी: मछुआरों, पर्यटकों और आम जनता से समुद्र तटों पर नहीं जाने की अपील की गई है।
2. ओडिशा में तैयारी:
- आपदा टीमें: राज्य के 15 जिलों में अलर्ट है। 5 NDRF (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) और 24 ODRAF (ओडिशा आपदा त्वरित कार्य बल) की टीमें तैनात की गई हैं।
- डिजास्टर एक्शन: 8 सर्वाधिक संवेदनशील जिलों में 128 डिजास्टर एक्शन टीमें उतरी हैं।
- स्कूल बंद: एहतियात के तौर पर स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों को 30 अक्टूबर तक के लिए बंद कर दिया गया है।
- बंदरगाह चेतावनी: बंदरगाहों पर सुरक्षा संबंधी साइन बोर्ड लगाए गए हैं। राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री सुरेश पुजारी ने बचाव की हरसंभव तैयारी का दावा किया है।