भाजपा के बिहार चुनाव प्रभारी और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बुधवार को कांग्रेस के सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर बड़ा हमला बोला. उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने आज सारी हदें पार कर दीं और पीएम और छठ पर्व के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया. उन्होंने चुनाव में हार के डर से ऐसा किया.
उन्होंने कहा कि आज उन्होंने जो कहा उसकी निंदा करने के लिए कोई शब्द पर्याप्त नहीं है. पिछले दो दशकों से बिहार की जनता इनके (राजद और कांग्रेस) जंगल राज के खिलाफ वोट देती आ रही है. इन्होंने बार-बार बिहार के युवाओं की आकांक्षाओं को कुचला है.
धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि इससे पहले भी इन्होंने पीएम मोदी की मां का अपमान किया था. वे नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार की प्रगति को बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं. उन्होंने सवाल किया कि राहुल गांधी कौन होते हैं नीतीश कुमार पर बयान देने वाले?
राहुल गांधी ने महापर्व छठ का अपमान किया… धर्मेंद्र प्रधानउन्होंने कहा कि राहुल गांधी द्वारा बिहार की पवित्र धरती से लोक आस्था के महापर्व छठ का अपमान करना करोड़ों श्रद्धालुओं की भावना पर गहरा आघात है. राहुल गांधी का बयान सनातन संस्कृति के प्रति राहुल गांधी की घृणा को दर्शाता है, साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ कांग्रेस की गहराई तक बैठी नफरत और हताशा को भी उजागर करती है.
#WATCH | Patna | BJP’s Bihar election incharge, Dharmendra Pradhan says, “Rahul Gandhi ji today crossed all limits, and used objectionable words against the PM and Chhath festival. He did this due to fear of loss. No words are enough to condemn what he said today. For the last pic.twitter.com/FWnDdonvu4
— ANI (@ANI)
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने अपनी सामंतवादी सोच, राजनीतिक कुंठा और पराजय के भय से ग्रसित होकर ये बयानबाजी की है. यह वही मानसिकता है, जो पहले भी प्रधानमंत्री और उनकी पूज्य माताजी के प्रति अमर्यादित वक्तव्य देती रही है.
देश की जनता से माफी मांगने की मांग कीधर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि राहुल गांधी, तेजस्वी यादव और उनके महा-ठगबंधन ने जंगलराज को बढ़ावा देते हुए हमेशा बिहार के गरीब, किसान, महिला और युवाओं की आकांक्षाओं को रौंदने का काम किया है और आज ये लोग स्पष्ट रूप से हार की बौखलाहट में ऐसी अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं मगर, बिहार की जनता विकास और सुशासन चाहती है, न कि परिवारवाद और नफरत की राजनीति.
राहुल गांधी द्वारा बिहार की पवित्र धरती से लोक आस्था के महापर्व छठ का अपमान करना करोड़ों श्रद्धालुओं की भावना पर गहरा आघात है। राहुल गांधी का बयान सनातन संस्कृति के प्रति राहुल गांधी की घृणा को दर्शाता है, साथ ही आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के खिलाफ कांग्रेस की
— Dharmendra Pradhan (@dpradhanbjp)
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को महापर्व छठ और प्रधानमंत्री को लेकर अपने इस अपमानजनक व मर्यादाओं की सारी सीमाएं लांघने वाले इस बयान के लिए बिहार और देश की जनता से सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए.