क्या है पवई बंधक मामले का सच? मराठी अभिनेत्री ने खोले कई राज़!
Stressbuster Hindi November 01, 2025 06:42 AM
पवई बंधक मामले में नया खुलासा

मुंबई में गुरुवार को हुई एक चौंकाने वाली बंधक घटना के बारे में एक नई जानकारी सामने आई है। एक प्रसिद्ध मराठी फिल्म अभिनेत्री ने बताया कि आरोपी रोहित आर्या ने उन्हें हाल ही में एक फिल्म प्रोजेक्ट के लिए संपर्क किया था। उन्होंने कहा, "उस दिन की याद करके मुझे सिहरन होती है।" अभिनेत्री ने अपने सोशल मीडिया पर आरोपी के साथ हुई व्हाट्सएप बातचीत का स्क्रीनशॉट भी साझा किया। रुचिता जाधव ने बताया कि रोहित आर्या, जिसने 17 बच्चों, दो महिलाओं और एक बुजुर्ग को बंधक बनाया था, वही व्यक्ति था जिसने उन्हें कुछ हफ्ते पहले फिल्म के लिए आमंत्रित किया था।


4 अक्टूबर को आया था संदेश

अभिनेत्री ने कहा कि 4 अक्टूबर को उन्हें रोहित आर्या का संदेश मिला, जिसने खुद को एक फिल्म निर्माता बताया। उसने कहा कि वह बंधक स्थिति पर आधारित एक फिल्म बना रहा है। रुचिता ने बातचीत जारी रखी और 23 अक्टूबर को रोहित ने उनसे मिलने का समय पूछा। उन्होंने 28 अक्टूबर को मिलने का समय तय किया।


मीटिंग रद्द करने का निर्णय

रुचिता ने बताया कि 27 अक्टूबर को रोहित ने उन्हें पवई में एक स्टूडियो की लोकेशन भेजी और अगले दिन आने को कहा। हालांकि, पारिवारिक कारणों से उन्होंने मीटिंग रद्द कर दी। कुछ दिन बाद, 31 अक्टूबर को जब उन्होंने टीवी पर देखा कि उसी रोहित आर्या ने बच्चों को बंधक बना लिया है, तो वह हैरान रह गईं।


भगवान का शुक्रिया, वरना क्या होता?


रुचिता ने अपनी पोस्ट में लिखा, "जब मैंने उसका नाम देखा, तो मेरा दिल बैठ गया। मैं सोचती हूँ कि अगर मैं उस दिन गई होती, तो क्या होता। भगवान और मेरे परिवार का धन्यवाद कि उन्होंने मुझे बाहर जाने से रोका।" उन्होंने यह भी कहा कि यह घटना उन्हें हमेशा याद दिलाएगी कि किसी नए व्यक्ति से मिलने से पहले सावधानी बरतनी चाहिए और अपने परिवार और दोस्तों को सूचित करना चाहिए।


पवई बंधक मामला क्या था?

गौरतलब है कि गुरुवार को रोहित आर्या ने मुंबई के पवई क्षेत्र में एक इमारत में 17 बच्चों, दो महिलाओं और एक बुजुर्ग को बंधक बना लिया था। मुंबई पुलिस की त्वरित प्रतिक्रिया टीम ने सभी को सुरक्षित बचा लिया, जबकि आर्या एक मुठभेड़ में मारा गया।


रोहित आर्या की नाराज़गी का कारण

पुराने रिकॉर्ड बताते हैं कि रोहित आर्या ने महाराष्ट्र सरकार पर उनकी फिल्म की अवधारणा चुराने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा कि उनकी परियोजना "माझी शाला, सुंदर शाला" उनके विचारों पर आधारित थी, लेकिन सरकार ने न तो उन्हें श्रेय दिया और न ही बकाया 2 करोड़ रुपये का भुगतान किया। रोहित ने कहा कि सरकार ने उनके विचारों और पटकथा का उपयोग किया, लेकिन उन्हें कोई मान्यता नहीं दी।


© Copyright @2025 LIDEA. All Rights Reserved.