दोस्तो आज के दूषित वातावरण में स्वास्थ्य को स्वस्थ बनाए रखना बहुत ही मुश्किल हैं, खराब खान पान और जीवनशैली की वजह से शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो जाती है, ऐसे में बात करें विटामिन बी12 की तो यह तंत्रिकाओं के कार्य को बढ़ावा देता है, लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन में मदद करता है और स्मृति जैसे संज्ञानात्मक कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। शरीर में विटामिन बी12 की कमी होने पर पैरों में दिखाई देते हैं ये लक्षण-
1. झुनझुनी या "सुई चुभने" जैसा एहसास
पैरों में झुनझुनी एक आम शुरुआती लक्षण है। कई लोग इसे चुभन या कंपन जैसा एहसास बताते हैं, जो दर्शाता है कि विटामिन बी12 के कम स्तर के कारण नसें ठीक से काम नहीं कर रही हैं।
2. सुन्नपन या कम संवेदनशीलता
अगर आपको अपने पैरों को छूने में असामान्य महसूस हो रहा है या वह जगह "बेजान" लग रही है, तो यह विटामिन बी12 की कमी से जुड़ी तंत्रिका क्षति का संकेत हो सकता है।
3. पैरों की त्वचा का पीला पड़ना
विटामिन बी12 की कमी से एनीमिया हो सकता है। जब रक्त पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं पहुँचा पाता, तो त्वचा—खासकर पैरों की—असामान्य रूप से पीली दिखाई दे सकती है।
4. तलवों में जलन
पैरों में जलन, विटामिन B12 की कमी के कारण तंत्रिका क्षति से जुड़ा एक और लक्षण है।
5. पैरों में मांसपेशियों में कमज़ोरी या अकड़न
विटामिन B12 का निम्न स्तर पैरों की मांसपेशियों को भी कमज़ोर कर सकता है, जिससे हिलना-डुलना मुश्किल हो जाता है या अकड़न हो सकती है।