Katha Vachak Indresh Upadhyay wedding: कथा के मंच से गृहस्थी की डगर पर, कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय कल करेंगे शादी, जानें कौन है उनकी 'जीवनसंगिनी'
TV9 Bharatvarsh December 04, 2025 02:42 PM

Vrindavan Kathavachak Indresh Upadhyay Marriage: भक्ति और आध्यात्म की अलख जगाने वाले, वृंदावन के सुप्रसिद्ध और युवाओं के बीच खासे लोकप्रिय कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय आज गृहस्थ जीवन में प्रवेश करने जा रहे हैं. सोशल मीडिया पर ‘राधा गोरी’ भजन से धूम मचाने वाले इंद्रेश महाराज की शादी की खबर इस वक्त चर्चा का केंद्र बनी हुई है. हर कोई यह जानना चाहता है कि आखिर वह कौन हैं, जो अब उनकी जीवनसंगिनी बनने जा रही हैं. युवा कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय की शादी राजस्थान की पिंक सिटी जयपुर के भव्य होटल ताज आमेर में होने जा रही है.

कौन हैं इंद्रेश उपाध्याय?

इंद्रेश उपाध्याय आध्यात्मिक जगत से जुड़े अपने युवा प्रशंसकों के लिए किसी रॉकस्टार कथावाचक से कम नहीं हैं. उन्हें खासकर अपने प्रसिद्ध भजन ‘राधा गोरी’ ने भक्तों के बीच बेहद लोकप्रिय बना दिया है, उनकी कथाओं में आध्यात्मिकता, भक्ति, प्रेम और जीवन दर्शन का आधुनिक अंदाज में प्रस्तुतीकरण देखने को मिलता है, जो युवाओं के बीच उन्हें खास बनाता है

जानिए कौन हैं इंद्रेश उपाध्याय की दुल्हनिया?
  • कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय की होने वाली पत्नी का नाम शिप्रा है.
  • मूल निवास: शिप्रा मूल रूप से हरियाणा की रहने वाली हैं.
  • पारिवारिक पृष्ठभूमि: उनके पिता एक पूर्व डीएसपी (DSP) हैं.
  • वर्तमान निवास: मौजूदा वक्त में शिप्रा का परिवार पंजाब के अमृतसर में रहता है.
  • इंद्रेश उपाध्याय की शादी वैदिक रीति-रिवाजों और सनातन परंपराओं के अनुसार संपन्न होगी.
5 दिसंबर को होंगे सात फेरे

कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय और शिप्रा संग जयपुर में सात फेरे लेंगे. विवाह समारोह में देशभर से कई साधु-संत, कथावाचक और गणमान्य हस्तियां शामिल होंगी. बताया जा रहा है जयपुर के प्रमुख संतों में गोविंददेवजी मंदिर के महंत अंजन गोस्वामी और श्री सरस निकुंज के बड़े भैया जी भी इस मंगल अवसर पर मौजूद रहेंगे.

वृंदावन से जयपुर पहुंची बारात

विवाह से पहले की रस्में, जैसे हल्दी और संगीत, वृंदावन के रमणरेती स्थित इंद्रेश उपाध्याय के आवास पर धूमधाम से निभाई गईं. बुधवार को इंद्रेश महाराज की शानदार घुड़चढ़ी हुई, जिसके बाद वह बारात लेकर जयपुर के लिए रवाना हो गए.

‘भक्तिपथ’ के संस्थापक हैं इंद्रेश उपाध्याय

7 अगस्त, 1997 को जन्मे इंद्रेश उपाध्याय प्रसिद्ध कथावाचक कृष्ण चंद्र शास्त्री महाराज के पुत्र हैं. उन्होंने ‘भक्तिपथ’ आंदोलन की स्थापना की है, जिसका मुख्य उद्देश्य देश के युवाओं को आध्यात्मिकता और धर्म की ओर आकर्षित करना है. वह अपने प्रेरणादायक भजनों और प्रवचनों के लिए जाने जाते हैं.आज जब युवा कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय गृहस्थ जीवन में प्रवेश कर रहे हैं, तो उनके लाखों अनुयायी उन्हें एक नए अध्याय के लिए शुभकामनाएं दे रहे हैं.

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