मोहम्मद रफी हिंदी सिनेमा के सबसे मशहूर और बहतरीन गायकों में से एक थे. उनकी आवाज की मिठास और सादगी ने उन्हें आज भी करोड़ों लोगों का पसंदीदा बनाया हुआ है.
आज भी रफी साहब की आवाज लोगों के दिलों में गूंजती है. उनकी ऐसी आवाज थी, जिसने हर उम्र के इंसान का मन मोह लिया. चाहें बच्चे हों या फिर बूढ़ें, सभी उनकी आवाज के दीवाने हैं.
उनका जन्म 24 दिसंबर 1924 को पंजाब के एक छोटे से गांव में हुआ था. आज रफी साहब की 101 बर्थ एनिवर्सरी है. ऐसे में आइए जानते हैं उनकी जिंदगी से जुड़े एक खास किस्से के बारे में.
रफी साहब जितने बेहतरीन सिंगर थे, उतने ही कमाल के इंसान भी थे. दरअसल, ऐसा कहा जाता है कि रफी साहब काफी दरियादिल इंसान थे. उन्होंने कई गाने बिना किसी फीस के गाए लिए गाए थे.
फिल्म ‘पारसमणि’ संगीतकार जोड़ी लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल की पहली फिल्म थी। फिल्म का बजट कम होने के कारण रफी साहब ने इन गानों के लिए केवल टोकन के तौर पर 1 रुपया लिया था.
इसके अलावा साल 1957 की फिल्म ‘भाभी’, साल 1971 की फिल्म ‘खोज’, 1982 की फिल्म ‘चलती का नाम गाड़ी’ के लिए भी 1 रुपयें में गाना गाया था.