कितनी होती है दुनिया की सबसे खतरनाक एजेंसी मोसाद के जासूसों की सैलरी?
एबीपी लाइव September 21, 2024 05:42 PM

जब कभी भी दुनिया की खुफिया एजेंसियों की बात की जाती है, तब सबसे पहले मोसाद का नाम आता है. मोसाद को दुनिया की सबसे खतरनाक और प्रभावशाली खुफिया एजेंसियों में से एक माना जाता है, इजरायल की राष्ट्रीय खुफिया एजेंसी है. इस एजेंसी की पहचान अत्यधिक गोपनीयता, साहसिक मिशनों और घातक अभियानों के लिए होती है. मोसाद का नाम लेते ही दुनिया के सबसे बेहतरीन और घातक जासूसों की छवि सामने आती है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन जासूसों की सैलरी कितनी होती है? आइए हम आपको बताते हैं...

रिपोर्ट्स के अनुसार मोसाद के जासूस बेहद खास होते हैं. ये लोग सिर्फ किसी भी सामान्य जासूस की तरह नहीं होते, बल्कि उन्हें चुनने की प्रक्रिया बेहद कठिन और चुनौतियों से भरी होती है. मोसाद अपने जासूसों को सिर्फ उनकी मानसिक और शारीरिक ताकत के आधार पर नहीं चुनता, बल्कि उनके अंदर रणनीतिक सोच, साहस और देश के प्रति निष्ठा भी होनी जरूरी है.

जान पर खतरा

मोसाद के जासूसों की जिंदगी आसान नहीं होती है. उन्हें हमेशा खतरे का सामना करना पड़ता है. हर मिशन में उनकी जान दांव पर होती है और अक्सर उन्हें खुद की पहचान छिपाकर रहना पड़ता है. कई बार उन्हें परिवार से दूर रहना पड़ता है और उनके जीवन के बारे में उनके करीबी लोग भी बहुत कम जानते हैं.

कितनी होती है औसतन सैलरी

बताते चलें कि मोसाद की स्थापना 13 दिसंबर 1949 को की गई थी. रिपोर्ट्स के अनुसार मोसाद के जासूसों को अच्छी सैलरी और कई सुविधाएं मिलती हैं. मोसाद के जासूसों की सैलरी की बात करें तो औसतन 223124 ILS होती है. जोकि करीब 47 लाख भारतीय रुपये होते हैं. मोसाद में काम करने के लिए कठिन टेस्ट से होकर गुजरना पड़ता है.

रिपोर्ट्स के अनुसार मोसाद में शामिल होने के लिए इजरायली नागरिक होना आवश्यक है. इन जासूसों के पास इंजीनियरिंग, कंप्यूटर जैसे विषयों में डिग्री होना जरूरी है. इसके अलावा सेना के पूर्व कर्मचारियों को मोसाद का एजेंट बनने में प्राथमिकता दी जाती है. इस एजेंसी के जासूसों के पास दुनिया की कई भाषाओं का ज्ञान होता है.

 MP हाईकोर्ट में ट्रांसलेटर के पदों पर निकली भर्ती, सेलेक्शन के लिए करना होगा ये काम 

© Copyright @2024 LIDEA. All Rights Reserved.