इस साल की दुर्गा पूजा में भूली बी ब्लॉक विशेष आकर्षण का केंद्र बनने जा रहा है, जहां मां दुर्गा की पूजा अयोध्या के राम मंदिर की अनुकृति में बने भव्य पंडाल में की जाएगी। पूजा समिति ने इस आयोजन के लिए 15 लाख रुपये का बजट निर्धारित किया है, जिसमें 7.25 लाख रुपये पंडाल निर्माण, 2.61 लाख रुपये विद्युत सज्जा, और 50 हजार रुपये रावण दहन के लिए तय किए गए हैं।
पूजा का ऐतिहासिक महत्व
भूली बी ब्लॉक दुर्गा पूजा की आरंभ 1951 में हुई थी, और तब से यह पूजा हर वर्ष भव्य रूप में आयोजित की जाती है। भूली की दुर्गा पूजा का विशिष्ट महत्व है, जिसे लेकर यहां के लोग हर वर्ष बड़ी धूमधाम से आयोजन करते हैं। इस पूजा में श्रद्धालु दूर-दूर से आकर मां दुर्गा के दर्शन करते हैं।
राम मंदिर की अनुकृति का भव्य पंडाल
इस साल का प्रमुख आकर्षण राम मंदिर की अनुकृति पर आधारित पंडाल है, जो 70 फीट ऊंचा और 100 फीट चौड़ा होगा। पंडाल में भगवान राम की लीलाओं का सजीव चित्रण होगा। इस अद्भुत पंडाल का निर्माण दीपमाला डेकोरेटर्स द्वारा किया जा रहा है, जबकि इसके लिए पश्चिम बंगाल के कुशल कारीगर जुटे हुए हैं।
मूर्ति और सजावट
मां दुर्गा की मूर्ति का निर्माण पश्चिम बंगाल के आद्रा के प्रसिद्ध मूर्तिकार सनातन द्वारा किया जा रहा है, जो अपनी अद्वितीय शिल्पकला के लिए जाने जाते हैं। वहीं, विद्युत सज्जा की जिम्मेदारी गोधर की मेमा इवेंट कंपनी को सौंपी गई है, जो विविध प्रकार की रोशनी और सजावट से पंडाल को और भी सुन्दर बनाएगी।
विशाल मेला और मनोरंजन
दुर्गोत्सव के दौरान, एमपीआई ग्राउंड में एक विशाल मेला भी लगाया जाएगा। मेले में डिज्नीलैंड की तर्ज पर राइड्स होंगी, जो बच्चों और युवाओं के आकर्षण का केंद्र होंगी। साथ ही, मीना बाजार में विभिन्न दुकानों से लोग खरीदारी कर सकेंगे।
पूजा समिति की तैयारी
पूजा समिति के कैशियर कुमार रंजय ने कहा कि इस भव्य आयोजन की तैयारियां कई महीनों पहले से प्रारम्भ हो चुकी थीं। इस बार पंडाल, मूर्ति, और विद्युत सज्जा पर विशेष ध्यान दिया गया है ताकि श्रद्धालु एक अविस्मरणीय अनुभव ले सकें।इस आयोजन का उद्देश्य धार्मिक आस्था को मजबूत करने के साथ-साथ समाज के विभिन्न वर्गों को एक साथ लाना है। भूली बी ब्लॉक की इस दुर्गा पूजा में इस साल राम मंदिर की अनुकृति और भगवान राम की लीलाओं का जीवंत रूप में प्रस्तुत होना लोगों को रोमांचित करेगा। इस अद्वितीय आयोजन का सभी को बेसब्री से प्रतीक्षा ह