अकेले ट्रेवल करने में लगता है डर? इन टिप्स को करें फॉलो नहीं होगा स्ट्रेस
Rajesh Kumar September 23, 2024 03:51 AM

ट्रैवल करना न सिर्फ इसलिए जरूरी होता है कि आपको कहीं घूमने जाना है, बल्कि इसलिए भी जरूरी है कि जरूरत पड़ने पर भी आप कहीं जा सकें और आपको घबराहट न हो. ट्रेवलिंग करना और अलग-अलग जगहों को एक्सप्लोर करना न सिर्फ आपको स्ट्रेस से छुटकारा दिला सकता है, बल्कि आप नई-नई चीजों को सीखते हैं. फिर चाहे वह किसी जगह की भौगोलिक स्थिति हो, संस्कृति, भाषा हो या फिर खानपान, हर जगह की अपनी खासियत होती है और आपको हर ट्रिप पर कुछ नया सीखने को मिलता है. कुछ लोग घूमने-फिरने के नाम से ही खुश हो जाते हैं तो वहीं कुछ लोगों को अकेले ट्रैवल करना काफी घबराहट और एंग्जायटी भरा काम लगता है.आप अकेले चीजों को जिस तरह से देख समझ पाते हैं उस तरह से दोस्तों और परिवार के साथ एक्सपीरियंस नहीं कर सकते हैं. इसलिए काम के सिलसिले में कहीं जाना हो या फिर ट्रिप, कई बार अकेले ट्रेवल करना भी जरूरी होता है. आप भी अगर उन लोगों में से हैं जो दोस्तों और परिवार के साथ तो आराम से घूम लेते हैं, लेकिन अकेले ट्रैवल करना काफी हैक्टिक लगता है तो कुछ सिंपल टिप्स को फॉलो करके आप सोलो ट्रैवलिंग करना सीख सकते हैं साथ ही में आपको कोई घबराहट और स्ट्रेस भी नहीं होगा. इससे आप खुद में एक नयापन भी खोज पाएंगे.पहला कदम बढ़ाना है सबसे जरूरीअक्सर लोग यही कहते रहते हैं कि वह अकेले ट्रैवल नहीं कर पाएंगे और इसी डर की वजह से वह कई जगहों पर घूमने-फिरने का एक्सपीरियंस लेने से चूक जाते हैं. इसलिए सबसे जरूरी है कि आप अपना पहला कदम बढ़ाएं और कम दूरी की ही सही लेकिन अकेले एक ट्रिप प्लान करें या फिर काम के सिलसिले में कहीं जाना है तो सोलो ट्रैवल ही करें. इससे आपको पता चलेगा कि जितना आप अकेले घूमना कठिन समझते थे, असल में ये उतना भी मुश्किल नहीं है.जगह के बारे में पहले ही जुटा लें सारी जानकारीबहुत सारे ऐसे लोग होते हैं जिनको इस बात को सोचकर स्ट्रेस हो जाता है कि खाना, ठहरना, कैसे होगा या फिर घूमने के लिए कहां-कहां जाना होगा. सबसे बड़ा डर होता है कि अनजान जगह पर वह खो तो नहीं जाएंगे. इन सारी चीजों के स्ट्रेस से बचने के लिए जरूरी है कि गूगल की मदद से और अपने करीबियों व दोस्तों से जानकारी जुटा लें. इसके लिए किसी ऐसे इंसान की हेल्प ली जा सकती है जो ट्रैवल करता हो या उस जगह के बारे में जानकारी रखता हो. किसी भी जगह के मौसम, ठहरने की जगहें, जहां जाना, खाने का इंतजाम कैसा है आदि चीजें पता कर लें ताकि आपको स्ट्रेस न हो.क्या चीज करती है आपको ट्रिगर?आपको सबसे पहले यह पहचानना होगा कि आपको किस चीज से ज्यादा डर लगता है यानी क्या आप ट्रेन, बस आदि में सफर करते वक्त असुरक्षित महसूस करते हैं (ट्रेन छूटना, बस नहीं पकड़ पाएंगे) या फिर ट्रांसपोर्ट वाहनों में बैठने के बाद आपकी तबियत खराब होने लगती है तो इस स्थिति में अपने साथ मेडिसिन रखें, भरपूर मात्रा में पानी पीते रहें, सफर में भारी खाना न खाएं, पहले से ही सही टाइमिंग का पता कर लें और सफर के दौरान खुद को थोड़ा बिजी रखें, जैसे म्यूजिक सुनना, कोई सीरीज देखना, बुक पढ़ना जैसी चीजें आपकी मदद कर सकती हैं.सेफ्टी का ऐसे रखें ध्यानअकेले ट्रैवल करते वक्त सेफ्टी का ध्यान रखना सबसे ज्यादा चिंता की बात होती है, लेकिन आजकल कई विकल्प मौजूद हैं. ऐसे में प्रतिष्ठित कंपनियों के कैब बुक करें और उससे जुड़ी सभी जानकारी व अपनी लोकेशन किसी परिचित को शेयर करके रखें. लोकल ऑटो या फिर ई रिक्शा में सफर करना पड़े तो भी उस दौरान नंबर प्लेट का फोटो अपने पास रखें. इसके अलावा अपने पास मोबाइल का चार्जर और पावर बैंक ले जाना गलती से भी न भूलें. इन सारी चीजों को ध्यान में रखकर सेफ्टी को लेकर भी आपको स्ट्रेस नहीं होगा और सबसे बड़ी चीज है कि अगर एक बार अकेले ट्रैवल कर लिया तो दोबारा आपको किसी तरह की उलझन नहीं होगी.
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