क्या आप भी कुकिंग के लिए रिफाइंड ऑयल का इस्तेमाल करते हैं? यदि आपका उत्तर ‘हां’ है तो यह आपकी स्वास्थ्य के लिए घातक साबित हो सकता है. वैसे तो ऑयल शरीर के लिए महत्वपूर्ण फैटे की पूर्ति करते हैं, लेकिन इसके लिए सभी तरह के ऑयल ठीक नहीं माने जाते हैं.
होम्योपैथिक चिकित्सक स्मिता भोइर बताती हैं कि रिफाइंड ऑयल दिल की स्वास्थ्य के लिए बहुत घातक होते हैं. इसे नेचुरल ऑयल को बहुत अधिक प्रोसेस्ड करके बनाया जाता है. साथ ही इसे स्मेललेस और टेस्टलेस बनाने के लिए इसमें कई तरह के केमिकल्स मिलाए जाते हैं, जो इसकी सेल्फ लाइफ को भी बढ़ता है.
रिफाइंड ऑयल से बढ़ने लगता है कोलेस्ट्रॉल
एक्सपर्ट की मानें तो रिफाइनिंग प्रोसेस के दौरान ऑयल को हाई टेंपरेचर पर पकाया जाता है, जिससे उसके सारे न्यूट्रिएंट्स समाप्त हो जात हैं. और ट्रांस वसा की मात्रा बढ़ने लगती है, ऐसे में इसे खाने से खराब एलडीएल कोलेस्ट्रॉल, ट्राइग्लिसराइड्स का लेवल बहुत तेजी से बढ़ने लगता है.
इन जानलेवा रोंगों का भी खतरा
रिफाइनिंग प्रोसेस ऑयल को शरीर के लिए टॉक्सिक बना देता है. ऐसे में इसके नियमित सेवन से कैंसर, डायबिटीज मेलेटस (डीएम), गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल डिजीज, एथेरोस्क्लेरोसिस, मोटापा, फर्टिलिटी प्रॉब्लम और इम्यूनिटी से जुड़ी समस्याएं होने का खतरा काफी हद तक बढ़ जाता है.
शरीर में जहर घोलने वाले ये हैं छः तेल
राइस ब्रान ऑयल
पीनट ऑयल
सनफ्लावर ऑयल
कैनोला ऑयल
सोयाबीन ऑयल
कॉर्न ऑयल
रेगुलर यूज के लिए ये ऑयल है हेल्दी ऑप्शन
खाना पकाने के ऑयल के लिए सबसे अच्छे विकल्पों में कोल्ड प्रेस ऑयल- तिल का तेल, मूंगफली का तेल, सरसों का ऑयल (कच्ची घानी), नारियल का ऑयल घी शामिल है. यह दिल की सेहत को भी सपोर्ट करने के लिए जाने जाते हैं.