पूर्वी चंपारण: मोतिहारी के जिला मुख्यालय में ट्रैफिक परेशानी एक गंभीर मामला बन चुका है। प्रशासन द्वारा लगातार चालान काटने और ट्रैफिक नियमों को कठोर करने के बावजूद, जाम और अव्यवस्था से लोग परेशान हैं। खासकर, अंडर ऐज लड़कों द्वारा ई-रिक्शा चलाना और इनका रूट निर्धारण न होना ट्रैफिक की प्रमुख समस्याओं में से एक है।
लोगों ने साझा की अपनी समस्याएं
लोकल18 के कैमरे के सामने कई क्षेत्रीय लोगों ने अपनी राय व्यक्त की। मनोज कुशवाहा ने कहा, “यहां की ट्रैफिक प्रबंध बहुत खराब है। आज हम एक हादसे से बाल-बाल बचे और इसका कारण एक नाबालिग ई-रिक्शा चालक था। प्रशासन को पहले ट्रैफिक सुधार पर ध्यान देना चाहिए, फिर चालान काटने की प्रक्रिया प्रारम्भ करनी चाहिए।
युवाओं की प्रतिक्रिया
स्थानीय युवा आकाश कुमार सिंह ने भी अपनी बात रखी, “ट्रैफिक नियमों में जो कठोरता की गई है, वह अच्छा कदम है, लेकिन मीना बाजार, छतौनी और जानपुल जैसे मुख्य इलाकों में जाम की परेशानी बरकरार है। ई-रिक्शा के लिए रूट निर्धारण न होने से शहर में अव्यवस्था फैल रही है। प्रशासन को पहले ठीक तैयारी करनी चाहिए, फिर नियमों को लागू करना चाहिए।
ट्रैफिक सुधार की मांग
एक अन्य क्षेत्रीय नागरिक, राजेश कुमार ने कहा, “पहले ट्रैफिक प्रबंध को सुधारें, फिर चालान काटें। शाम के समय पूरा शहर जाम से जूझता है और इसे पार करना कठिन हो जाता है।
पार्किंग और सड़कों की स्थिति ने बढ़ाई मुश्किलें
शहर के प्रमुख इलाकों में पार्किंग की उचित प्रबंध न होना और सड़कों पर उड़ती धूल भी लोगों के लिए एक बड़ी परेशानी बन गई है, जिससे ट्रैफिक की स्थिति और अधिक बिगड़ रही है। प्रशासन द्वारा इस पर ध्यान देना महत्वपूर्ण है ताकि ट्रैफिक प्रबंध को सुचारू रूप से चलाया जा सके और लोगों को राहत मिले।