UP : सपा उम्मीदवार नसीम सोलंकी के जलाभिषेक पर मचा सियासी घमासान, मौलानाओं ने जताई नाराजगी
Uttar Pradesh News : सीसामऊ सीट पर होने वाले विधानसभा उपचुनाव में समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार नसीम सोलंकी के दीपावली की रात कानपुर के वनखंडेश्वर मंदिर में जलाभिषेक और पूजा-अर्चना करने से मौलानाओं की नाराजगी के साथ सियासी घमासान मच गया। इस बीच आज 1000 लीटर गंगाजल मंगाकर पुजारियों ने पूरे मंदिर का शुद्धिकरण किया। जलाभिषेक और पूजा-अर्चना का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। भाजपा इसको दिखावा बता रही तो वहीं समाजवादी पार्टी ने कहा कि भगवान सभी के हैं, कोई भी पूजा कर सकता है।
खबरों के अनुसार, सपा उम्मीदवार नसीम के मंदिर में जलाभिषेक और पूजा-अर्चना के बाद विवाद बढ़ गया है। राजनीतिक पार्टियां और धर्मगुरु भी इस मामले में कूद गए हैं, कोई नसीम के इस कदम को सही बता रहा है तो कोई इसको सिर्फ चुनावी चाल बता रहा है।
इसको लेकर भाजपा प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि चुनावी पूजा-पाठ से समाजवादी पार्टी को नुकसान हो गया। त्रिपाठी ने कहा कि समाजवादी पार्टी जिस आग को भड़काने में जुटी रहती है, आज वह खुद उसमें घिर गई है।
ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने सपा प्रत्याशी नसीम सोलंकी को नसीहत देते हुए कहा कि मुसलमान होने की वजह से शरीयत का कानून उन पर भी लागू होगा। शरीयत के तमाम नियम-कानून उनको भी अपनाने होंगे। मौलाना रजवी ने कहा कि अगर नसीम सोलंकी ने अंजाने में ऐसी गलती की है तो वह शरीयत की मुजरिम हैं।
मंदिर के पुजारी महेंद्र त्रिपाठी ने बताया कि भगवान सभी के हैं, कोई भी पूजा कर सकता है। इसलिए हमने उनको पूजा करने दिया, लेकिन अब मुस्लिम धर्मगुरु खुद इस बात का विरोध कर रहे हैं। नसीम सोलंकी को मुस्लिम धर्मगुरुओं से पूछकर यहां पूजा करने आना था।
विवाद पर क्या बोलीं नसीम सोलंकी : मंदिर में पूजा-अर्चना और जलाभिषेक करने के बाद आरोप प्रत्यारोप लगने पर नसीम सोलंकी ने कहा कि मेरा मकसद किसी धर्म की अपमान करना नहीं है। मैं मंदिर में पूजा करने के बाद गुरुद्वारा भी गई, चर्च भी जाऊंगी, उसकी कोई चर्चा नहीं कर रहा है।
वनखंडेश्वर मंदिर में जलाभिषेक और पूजा-अर्चना का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। भाजपा इसको दिखावा बता रही तो वहीं समाजवादी पार्टी ने कहा कि भगवान सभी के हैं, कोई भी मंदिर में जाकर पूजा कर सकता है। विवाद के बाद आज उसी मंदिर का शुद्धिकरण भी किया गया।
Edited By : Chetan Gour