Skoda Auto: लग्जरी वाहन निर्माता कंपनी स्कोडा ऑटो (Skoda Auto) ने अपनी कंपनी को बढ़ाने के लिए व्यापक रणनीति बनाई है और भारतीय बाजार में छोटी एसयूवी “Kylak” को पेश किया है। पहली बार कंपनी ने छोटी एसयूवी बाजार में कदम रखा है। स्कोडा इसके जरिए ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचना चाहती है। अपनी अत्यधिक लागत के कारण, स्कोडा की लग्जरी गाड़ियां पहले आम आदमी की पहुंच से बाहर थीं। हालांकि, यह अनुमान लगाया जा रहा है कि 8 लाख से कम कीमत वाली स्कोडा की छोटी एसयूवी पहले की तुलना में लोगों के बीच ज्यादा जगह बनाने में सक्षम होगी।
जब स्कोडा ऑटो ने घोषणा की कि “काइलक” के मूल मॉडल की कीमत 7.89 लाख रुपये होगी, तो इसने बाजार में कई वाहन निर्माताओं को चुनौती दी। नई कार के आने से हुंडई वेन्यू, टाटा नेक्सन, मारुति ब्रेज़ा और किआ सोनेट जैसी कारों को कड़ी टक्कर मिलेगी। कंपनी को उम्मीद है कि Kylak भारतीय बाजार में स्कोडा की स्थिति को मजबूत करने में मदद करेगी। साथ ही, कंपनी ने इसके लिए खास तौर पर तैयारी की है। स्कोडा ऑटो (Skoda Auto) के सीईओ और चेयरमैन क्लॉस ज़ेलमर ने मुंबई में लॉन्च समारोह के दौरान कहा कि स्कोडा का लक्ष्य ‘काइलाक’ का इस्तेमाल करके बड़े भारतीय बाज़ार पर कब्ज़ा करना है। यह अब उसकी पहुँच से बाहर है।
स्कोडा ऑटो के सीईओ ज़ेलमर के अनुसार, कंपनी ने भारतीय बाज़ार के लिए ख़ास योजना बनाई है। काइलाक के ज़रिए हमारा लक्ष्य अलग तरह के क्लाइंट को आकर्षित करना है। ऐसा करके 2026 तक हर साल एक लाख ऑटोमोबाइल बेचने का लक्ष्य पूरा किया जा सकेगा। स्कोडा इंडिया की ब्रांड डायरेक्टर पेट्रा जेनेबा ने कहा कि कंपनी अपने नेटवर्क को 260 से बढ़ाकर 350 करना चाहती है ताकि देश भर के ज़्यादा से ज़्यादा छोटे शहरों में सेवा दी जा सके। अगले साल तक इस काम को अंजाम दिए जाने की उम्मीद है। भारतीय बाज़ार में कंपनी पहले से ही कोडियाक, सुपर्ब और स्लाविया जैसी गाड़ियाँ बेचती है।
पिछले कई सालों में भारतीय बाज़ार में SUV काफ़ी लोकप्रिय हो गई हैं। लेकिन आज तक इस बाजार में स्कोडा की कोई गाड़ी नहीं थी। नतीजतन, इसकी बाजार मौजूदगी एक निश्चित रेंज तक ही सीमित थी। अब जबकि स्कोडा ने किलक को कम कीमत पर पेश किया है, तो इस बाजार में कमी पूरी हो गई है। इस सेक्टर में अभी ब्रेजा, नेक्सन, वेन्यू और किआ सॉनेट मार्केट लीडर हैं। हालांकि, क्विलक के आने के बाद स्कोडा की भारतीयों पर पकड़ मजबूत होगी। विशेषज्ञों के मुताबिक, क्विलक के लॉन्च से कंपनी की बिक्री में तेजी आने की उम्मीद है।
मीडिया से खास बातचीत में स्कोडा ऑटो वोक्सवैगन इंडिया के एमडी और सीईओ पीयूष अरोड़ा ने कहा कि स्कोडा भारतीय बाजार में अपनी कंपनी का विस्तार करना चाहती है। ऐसा करने के लिए कंपनी आम लोगों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए किफायती ऑटोमोबाइल विकसित करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने उम्मीद जताई कि क्विलक तेजी से बढ़ते भारतीय वाहन उद्योग में एक महत्वपूर्ण विकास होगा। उन्होंने कहा कि नई छोटी एसयूवी की बदौलत स्कोडा की भारतीय बाजार पर पकड़ मजबूत होगी। भारतीय ऑटो इंडस्ट्री को ध्यान में रखते हुए नई गाड़ियों को लॉन्च करने की संभावना पर विचार किया जा रहा है।
पीयूष अरोड़ा के अनुसार, पेट्रोल से चलने वाली गाड़ियों के अलावा निकट भविष्य में इलेक्ट्रिक गाड़ियों के लिए भी तैयारी की जा रही है। हालांकि वे इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दे पाए, लेकिन उन्होंने निकट भविष्य में इलेक्ट्रिक गाड़ियों के आने की संभावना से इनकार नहीं किया। उन्होंने कहा कि दुनिया भर के कई देशों में लोगों द्वारा स्कोडा की कई इलेक्ट्रिक गाड़ियों को काफी पसंद किया जा रहा है। इन ईवी सामानों के मूल्यांकन के बाद, भारतीय मांगों को ध्यान में रखते हुए रणनीति बनाई जाएगी।
पहली नज़र में, स्कोडा काइलाक कुशाक जैसी दिखती है। इस गाड़ी में कई अत्याधुनिक तकनीकें और बढ़िया केबिन है। इसका 1.0-लीटर TSI पेट्रोल इंजन 178 एनएम का टॉर्क और 114 हॉर्सपावर पैदा करता है। गाड़ी की सुविधाओं में डुअल डिजिटल स्क्रीन, 6-स्पीकर सराउंड साउंड सिस्टम, लेदरेट अपहोल्स्ट्री, मोटराइज्ड ड्राइवर सीट, लिंक्ड कार तकनीक और एम्बिएंट लाइटिंग शामिल हैं। सभी संस्करणों में छह एयरबैग, एबीएस ईबीडी और ट्रैक्शन कंट्रोल जैसी सुविधाएँ शामिल हैं। इस कार का व्हीलबेस 2.56 मीटर और ग्राउंड क्लीयरेंस 189 मिमी है। सीट को नीचे करके, 446 लीटर की ट्रंक क्षमता को 1265 लीटर तक बढ़ाया जा सकता है।