रांची। झारखंड की राजधानी रांची के बीआईटी मेसरा पॉलिटेक्निक कॉलेज से एक दिल दहला देनेवाली घटना सामने आई है। यहां सीनियर विद्यार्थियों ने एक जूनियर विद्यार्थी को इतना मारा की वह उल्टियां करने लगा। उसकी तबीयत इतनी बगड़ी कि आखिरकार उसकी जान चली गई। खास बात यह कि परिजनों ने कॉलेज प्रशासन पर मुद्दा छिपाने का इल्जाम लगाया है। विद्यार्थी की मृत्यु के बाद परिजनों ने पॉलिटेक्निक कॉलेज में हंगामा और तोड़फोड़ भी की। परिजनों की मांग है कि गुनेहगार विद्यार्थियों को जल्द से जल्द अरैस्ट कर उन्हें सजा दिलाई जाए। लेकिन, अब तक की जानकारी के मुताबिक इस मुद्दे में जो तथ्य सामने आए हैं वह काफी चौंकाने वाले हैं क्योंकि बात छोटी थी और इसे विद्यार्थियों ने जान बूझकर बड़ी बना दी और एक घर के चिराग को हमेशा के लिए बुझा दिया।
जानकारी के अनुसार, 14 नवंबर की रात बीआईटी पॉलिटेक्निक कॉलेज में पार्टी के दौरान विद्यार्थी डीजे की धुन पर झूम रहे थे, इसी बीच सीनियर विद्यार्थियों ने वहां उपस्थित एक छात्रा के साथ सेल्फी लेनी प्रारम्भ कर दी। छात्रा के साथ जबरदस्ती कर सेल्फी लेने का छात्रा ने विरोध किया, लेकिन उसकी सुनने वाला कोई नहीं था। तभी विद्यार्थी राजा पासवान ने इसे लेकर विरोध किया। राजा का विरोध सीनियर विद्यार्थियों नागवार गुजरा और फिर यही से टकराव प्रारम्भ हुआ। मामूली तू तू मैं मैं और धक्का मुक्की के बाद सभी अपने हॉस्टल चले गए। लेकिन, यह मुद्दा यहीं नहीं थामा।
सीनियर विद्यार्थियों का गुस्सा अभी शांत नहीं हुआ था और वे राजा की तरफ से किए गए विरोध का बदला लेने के लिए उसके हॉस्टल पहुंचे, और उसकी खोजबीन करने लगे। हालांकि, वहां राजा तो नहीं मिला तो उसके दोस्त को सीनियर अपने साथ ले गए। दोस्त ने राजा को टेलीफोन कर कहा कि यहां पर विद्यार्थी उसे ढूंढ रहे हैं और उसके साथ हाथापाई की जा रही है। अपने दोस्त को बचाने के लिए जब राजा पासवान वहां पहुंचा तो फिर पहले से घात लगाए सीनियर विद्यार्थियों ने उसकी पिटाई प्रारम्भ कर दी। पिटाई इस कदर की गई की घायल राजा उल्टी करने लगा।
वहीं, परिजनों का इल्जाम है कि कॉलेज प्रबंधन ने परिजनों को मुद्दे की अधूरी जानकारी देते हुए कहा था कि विद्यार्थी राजा पार्टी में शराब पी थी, इसलिए उसकी तबीयत खराब हुई है तो इसे ले जाइए। लेकिन, 15 नवंबर को जब घायल राजा की तबीयत बिगड़ने लगी तो फिर परिजनों ने उसे हॉस्पिटल में भर्ती करवाया जहां उसकी मृत्यु हो गई। इसके बाद गुस्साए परिजनों ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर बीआईटी ओपी में प्रदर्शन किया।
वहीं, मुद्दे पर कार्रवाई का आश्वासन देते हुए पुलिस ने मुद्दे को शांत कराया। परिजनों ने इस मुद्दे को लेकर लिखित आवेदन बीआईटी ओपी को दिया है और पुलिस जांच में जुट गई है। इस पूरी घटना के पीछे की वास्तविक वजह क्या है, यह तो जांच के बाद साफ हो पाएगा, लेकिन एक छोटे से टकराव ने यकीनन एक घर का चिराग बुझा दिया है जिसके सहारे गरीब परिवार अपने घर को रौशन करने का स्वप्न देख रहा था।