Maharashtra Election 2024: महाराष्ट्र चुनाव के बीच केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने रविवार (17 नवंबर, 2028) को राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा है. साथ ही कांग्रेस पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले लोकसभा चुनावों में कांग्रेस ने गलत प्रचार करके जनता को गुमराह किया कि अगर हमें 400 सीटें मिल गईं तो हम संविधान बदल देंगे. किसी को भी कांग्रेस नेता राहुल गांधी को गंभीरता से नहीं लेना चाहिए.
वहीं, भाजपा अध्यक्ष बनने को लेकर नितिन गडकरी ने कहा, ''मैं पहले भी भाजपा अध्यक्ष रह चुका हूं और अब इस पद की कोई इच्छा नहीं है.'' नितिन गडकरी ने कहा "राहुल गांधी जिस तरह से बोलते हैं, कोई भी उन्हें गंभीरता से नहीं लेता. मुझे लगता है कि लोगों को उनकी बातों को गंभीरता से नहीं लेना चाहिए." महाराष्ट्र के लोग 20 नवंबर को होने वाले राज्य विधानसभा चुनावों में भाजपा के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन पर भरोसा जताएंगे. वहीं, 'जो बाइडेन की तरह मोदी जी को भूलने की बीमारी हो गई है' वाले राहुल गांधी के बयान पर गडकरी ने कहा कि वो गैर जिम्मेदाराना तरीके से बोलते हैं.
'संविधान बदलने का सवाल ही नहीं उठता'
2024 लोकसभा चुनाव में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद महायुति गठबंधन की चुनौतियों के बारे में पूछे जाने पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि विपक्ष ने लोकसभा चुनाव के दौरान बड़े पैमाने पर वोटरों को गुमराह किया था. उन्होंने कहा, ‘‘यह एजेंडा गढ़ा गया था कि अगर हम 400 से अधिक सीट जीत जाएंगे तो हम बाबासाहेब आंबेडकर द्वारा लिखा संविधान बदल देंगे.’’ उन्होंने कहा, ‘‘संविधान बदलने का सवाल ही नहीं उठता.न तो हम इसे करेंगे और न ही दूसरों को करने देंगे.’’
'झूठ पर आधारित था विपक्ष का प्रचार अभियान'
गडकरी ने कहा, ‘‘अब लोगों को एहसास हो गया है कि लोकसभा चुनाव के दौरान विपक्ष का प्रचार अभियान झूठ पर आधारित था और उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में महाराष्ट्र में सकारात्मकता के साथ महायुति का समर्थन करने का फैसला लिया है.’’ भाजपा नेताओं के ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ जैसे नारे लगाने के बारे में गडकरी ने कहा, ‘‘हम विकास के मुद्दे पर चुनाव लड़ रहे हैं. हम सब एक हैं. कोई मंदिर जाता है, कोई मस्जिद, गुरुद्वारा और चर्च जाता है, लेकिन हम सब भारतीय हैं और हमारे लिए सबसे ऊपर देश है.’’
'आतंकवाद और नक्सलवाद के खिलाफ एकजुट के लिए है आह्वान'
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार द्वारा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ टिप्पणी का विरोध किये जाने के बारे में पूछे जाने पर गडकरी ने कहा, ‘‘सबसे पहले तो हमारी अलग-अलग पार्टी है और यह जरूरी नहीं कि हमारी एक ही राय हो. मीडिया भी तोड़-मरोड़कर पेश करता है. इससे भ्रम पैदा होता है. एकता का आह्वान आतंकवाद और नक्सलवाद के खिलाफ एकजुट करने के लिए है.’’
वहीं, राहुल गांधी के जाति जनगणना का मुद्दा उठाए जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘असली मुद्दा गांवों, गरीबों और किसानों के कल्याण का है. गरीब की कोई जाति और धर्म नहीं होता.एक मुसलमान को उसी कीमत पर पेट्रोल मिलता है जिस पर दूसरों को मिलता है.’’